शब्द निर्माण: उपसर्ग
शब्द निर्माण: उपसर्ग
प्रश्न 1: शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर: वर्ण अथवा अक्षरों के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं। जैसे: कमल, भोजन, पिता, देश, विद्यालय, अध्यापक आदि।
प्रश्न 2: शब्द निर्माण के तीन प्रकारों के नाम लिखिए:
उत्तर:
(i) उपसर्गों के द्वारा; जैसे:
अ+शांति = अशांति
अन+आदर= अनादर
अति+आचार= अत्याचार
(ii) प्रत्ययों के द्वारा; जैसे:
बल+वान = बलवान
भारत+ईय = भारतीय
नेपाल+ई= नेपाली
(iii) समास प्रक्रिया द्वारा; जैसे:
देश के लिए भक्ति= देशभक्ति
नीला है जो कमल= नीलकमल
पाँच तंत्रों का समाहार= पंचतंत्र
प्रश्न 3: उपसर्ग किसे कहते हैं? उदाहरण सहित समझाइए:
उत्तर: जो अविकारी शब्दांश किसी शब्द के प्रारंभ में लगकर उसके अर्थ या भाव में बदलाव ला देते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं। जैसे:
वि+देश= विदेश
परा+जय= पराजय
सु+पुत्र= सुपुत्र
प्रश्न4: हिंदी में मुख्यतः कितने प्रकार के शब्द मिलते हैं? उनके नाम बताइए:
उत्तर: हिंदी में मुख्यतः तीन प्रकार के शब्द मिलते हैं। वे हैं-- तत्सम, तद्भव और विदेशी शब्द। विदेशी शब्दों को आगत शब्द भी कहते हैं।
प्रश्न 5: तत्सम शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर: जिन शब्दों को बिना किसी परिवर्तन के संस्कृत से हिंदी में लिया जाता है, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं। जैसे: अग्नि, चंद्र, ज्ञान, अंधकार, मूल्य, आम्र, अश्रु आदि।
प्रश्न 6: तद्भव शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर: जो तत्सम शब्द समय और परिस्थिति की वजह से रूप बदलते हुए हिंदी में आए हैं, उन्हें तद्भव शब्द कहते हैं। जैसे:
तत्सम --------- तद्भव
अग्नि -----------आग
चन्द्र ------------ चाँद
ज्ञान ------------ जानना
अंधकार ------- अँधेरा
मूल्य ------------ मोल
आम्र ------------ आम
अश्रु ------------ आँसू, आदि।
प्रश्न 7: विदेशी शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर: वे शब्द जो अन्य देश की भाषा से हिंदी में आए हैं, विदेशी शब्द कहलाते हैं। हिंदी में अरबी, फारसी, पुर्तगाली, तुर्की, फ्रेंच, अंग्रेजी, डच आदि अनेक भाषाओं के शब्द आए हैं। जैसे:
अरबी: कानून, कीमत, गरीब, तारीख, इलाज, ताकत आदि।
फारसी: आदमी, चश्मा, बीमार, मजदूर, खराब आदि।
पुर्तगाली: अचार, आलपिन, कमीज, पतलून आदि।
अंग्रेजी: अफसर, इंजन, अस्पताल, कप्तान, बोतल आदि।
प्रश्न 8: हिंदी में उपसर्ग कितने प्रकार के हैं? उनके भेद बताइए:
उत्तर: हिंदी भाषा में शब्द-रचना के अनुसार उपसर्ग तीन प्रकार के हैं-
(क) तत्सम उपसर्ग अथवा संस्कृत के उपसर्ग,
(ख) तद्भव उपसर्ग अथवा हिंदी के उपसर्ग और
(ग) आगत उपसर्ग अथवा विदेशी उपसर्ग।
प्रश्न 9: तत्सम उपसर्ग किसे कहते हैं? उदाहरण सहित समझाइए:
उत्तर: संस्कृत से हिंदी भाषा में आए हुए उपसर्गों को तत्सम उपसर्ग कहते हैं। संस्कृत में 22(बाइस) उपसर्ग हैं। इन उपसर्गों से बने अनेक शब्द हिंदी में मिलते हैं। जैसे:
(i) अति: अतिरिक्त, अत्युत्तम, अत्याचार, अत्यधिक
(ii) अधि: अधिनायक, अधिकार, अध्यादेश, अधिपति
(iii) अनु: अनुचर,अनुराग, अनुसंधान, अनुकूल
(iv) अप: अपशब्द, अपमान, अपव्यय, अपयश
(v) अभि: अभिभावक, अभिनव, अभिमान, अभियोग
(vi) परि: परिणाम, परिचालक, परिकल्पना, परिवर्तन
(vii) प्रति: प्रतिध्वनि, प्रतिकूल, प्रत्यक्ष, प्रतिवाद
(viii) सु: सुगम, सुलभ, सुपुत्र, सुशील
प्रश्न 10: उदाहरण सहित तद्भव उपसर्ग की परिभाषा लिखिए:
उत्तर: संस्कृत के तत्सम उपसर्गों से विकसित उपसर्गों को तद्भव उपसर्ग कहते हैं। इन्हींको हिंदी उपसर्ग भी कहा जाता है। जैसे:
(i) अ: अचेत, अथाह, अभागा, अटल
(ii) अन: अनहोनी, अनजान, अनकही, अनसुनी, अनपढ़
(iii) उन: उनचास, उनसठ, उनहत्तर, उनतालिस
(iv) नि: निहत्था, निकम्मा, निडर
(v) पर: परदादा, परपोता, परनाना,
(vi) अध: अधजला, अधपका, अधमरा
(vii) भर: भरपूर, भरमार, भरसक, भरपेट
(viii) चौ: चौपाई, चौराहा, चौकन्ना, चौमासा
प्रश्न 11: उदाहरण सहित आगत अथवा विदेशी उपसर्ग की परिभाषा लिखिए:
उत्तर: हिंदी भाषा में आए हुए विदेशी शब्दों में प्रयुक्त होने वाले उपसर्गों को विदेशी उपसर्ग कहा जाता है। जैसे:
(i) ब: बखूबी, बदौलत, बगैर, बनाम
(ii) बे: बेघर, बेहोश, बेईमान, बेगुनाह, बेदाग, बेइज्जत
(iii) बदः बदनाम, बदसूरत, बदतमीज, बदबू, बदकिस्मत
(iv) खुश: खुशकिस्मत, खुशनसीब, खुशहाल, खुशमिजाज
(v) ना: नालायक, नाराज, नासमझ, नापसंद
(vi) गैर: गैरकानूनी, गैरजरूरी, गैरसरकारी, गैरहाजिर
(vii) ला: लाजवाब, लापरवाह, लावारिस, लापता
(viii) हम: हमशक्ल, हमवतन, हमसफर, हमउम्र, हमदर्द
प्रश्न 12: क्या एक ही शब्द में एक से अधिक उपसर्गों का प्रयोग भी होता है? कैसे?
उत्तर: हाँ, कई बार एक शब्द में ही एक से अधिक उपसर्गों का प्रयोग भी होता है। जैसे:
(i) असुरक्षित: अ+सु+रक्षित
(ii) अप्रत्यक्ष: अ+प्रति+अक्ष
(iii) प्रत्युपकार: प्रति+उप+कार
(iv) सुसंगठित: सु+सम्+गठित
(v) निरभिमानी: निर्+अभि+मानी
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