संदेश

सितंबर, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

संदेश लेखन

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  संदेश लेखन   प्रश्न 1: 'गांधी-जयंती' के अवसर पर एक शुभकामना संदेश लिखिए। प्रश्न 2: 'शुभ-दीपावली' के अवसर पर किसी विद्यालय के सभी कर्मचारियों को प्राचार्य की ओर से शुभकामना संदेश लिखिए। प्रश्न 3: पुत्र के जन्म दिवस पर एक शुभकामना संदेश लिखिए। ।

साना साना हाथ जोड़ि.../प्रश्नोत्तर

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साना साना हाथ जोड़ि...                                             ---मधु काँकरिया   प्रश्न 1: झिलमिलाते सितारों की रोशनी में नहाया गंतोक लेखिका को किस तरह सम्मोहित कर रहा था? उत्तर : गंतोक   शहर की एक झलक ने ही लेखिका को सम्मोहित कर लिया था। रात्रि के समय जगमगाते प्रकाश के कारण शहर अत्यंत सुंदर नजर आ रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे आकाश के सारे तारे नीचे बिखर कर जमीन पर टिमटिमा रहे हैं। तराई में तारों के गुच्छे की झालर-सी लटकती दिखाई दे रही थी। प्रश्न 2: गंतोक को 'मेहनतकश बादशाहों का शहर' क्यों कहा गया? उत्तर : गंतोक को सुंदर बनाने में यहाँ के श्रमिक वर्ग के साथ-साथ यहाँ के परिश्रमी निवासियों का भी काफी योगदान है। उन्हीं के श्रम के बल पर सिक्किम और गंतोक को अद्भुत सुंदरता मिली है। इसलिए लेखिका ने गंतोक को 'मेहनतकश बादशाहों का शहर' कहा है।  प्रश्न 3: कभी श्वेत तो कभी रंगीन पताकाओं का फहराना किन अलग-अलग अवसरों की ओर संकेत करता है? उत्तर : बौद्ध धर्म के लोगों द्वारा मंदिर, घर अथवा किसी अन्य स्थल पर दो तरह की पताकाएँ फहराई जाती हैं। सफेद झंडे फहराना जहाँ एक ओर शांति और अहिंसा

मेरे संग की औरतें/प्रश्नोत्तर

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  मेरे संग की औरतें                                                                   ---  मृदुला गर्ग प्रश्न 1: लेखिका ने अपनी नानी को कभी देखा भी नहीं, फिर भी उनके व्यक्तित्व से वे क्यों प्रभावित थीं? उत्तर : लेखिका की नानी भारतीय रहन-सहन और भारतीय संस्कृति में ढली हुई महिला थीं। विलायती रीति-रिवाजों में रह रहे उनके पति अर्थात नाना जी का भी उन पर कोई असर अथवा प्रभाव नहीं पड़ा। देश की आजादी से जुड़े देशप्रेमी सिपाहियों के प्रति  नानी के मन में विशेष लगाव था। नानी स्वतंत्र विचार रखने वाली, दृढ़ स्वभाव की, देशभक्ति की भावना से प्रेरित एक महिला थीं। उनके चरित्र और व्यक्तित्व की इन्हीं विशेषताओं के कारण लेखिका अपनी नानी से प्रभावित थीं। प्रश्न 2: लेखिका की नानी की आजादी के आंदोलन में किस प्रकार की भागीदारी रही? उत्तर : लेखिका की नानी घरेलू काम-काजों में व्यस्त, पारंपरिक रीति-रिवाजों को मानने वाली, पर्दानशीं एवं शर्मीली स्वभाव की नारी थीं। इसके बावजूद नानी ने स्वतंत्रता सेनानी प्यारेलाल शर्मा से बात कर अपनी बेटी के लिए दामाद के रूप में आजादी का सिपाही ढूँढ़ा और उसके हाथ पीले किए। इस तरह उस

लेखन अभ्यास

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लेखन अभ्यास   प्रश्न 1: निम्नलिखित रूपरेखा के आधार पर न्यूनतम 200 शब्दों में एक संदेशप्रद कहानी लिखिए और उसका उपयुक्त शीर्षक भी दीजिए:             भयंकर महामारी -- विद्यालय में अनिश्चितकालीन छुट्टी --- वैकल्पिक रूप से ऑनलाइन पढ़ाई का प्रारंभ --- गरीबी की मार के कारण राजेश को अपनी पढ़ाई की चिंता -- लैपटॉप/मोबाइल का न होना -- पिताजी के द्वारा अपनी गाय बेचकर मोबाइल खरीदना और बेटे को देना -- राजेश का खुश होना -- पढ़ाई करना -- ऑनलाइन परीक्षा देना -- पहली और दूसरी परीक्षा में हमेशा की तरह अच्छा नतीजा आना -- धीरे धीरे पबजी, फ्री फायर आदि ऑनलाइन खेलों के प्रति आकर्षित होना -- पढ़ाई में मन न लगना -- गृह कार्य/कक्षाएँ न करना -- पढ़ाई में टालमटोल करना -- वार्षिक परीक्षा से ठीक पहले विद्यालय का खुलना -- सीधे परीक्षा में बैठना -- पढ़ाई न करने से परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाना -- पश्चाताप -- अच्छी तरह पढ़ने के लिए संकल्पबद्ध होना प्रश्न 2: निम्नलिखित पृष्ठभूमि के आधार पर एक ही कक्षा में पढ़ने वाले दो मित्रों के बीच हुई बातचीत का मज़ेदार संवाद  लेखन कीजिए: (शब्दसीमा: न्यूनतम 200 शब्द)        अमन और स

अर्थ के आधार पर वाक्य भेद

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  अर्थ के आधार पर वाक्य भेद प्रश्न 1: वाक्य किसे कहते हैं ? उत्तर : सार्थक शब्दों के जिस व्यवस्थित समूह से कथन की पूरी बात समझ में आ जाए अथवा पूरा आशय या विचार प्रकट हो, उसे वाक्य कहते हैं। जैसे-- (i) दो हफ्ते बाद हमारी परीक्षाएँ शुरू होने जा रही हैं। (ii) ऑनलाइन पढ़ाई करते हुए हमें बहुत मजा आया। (iii) वे हमारे हिंदी के अध्यापक हैं। (iv) विद्यार्थी गृहकार्य कर रहे हैं। (v) तुम कहाँ रहते हो? प्रश्न 2: अर्थ के आधार पर वाक्य के कितने भेद किए गए हैं? उनके नाम लिखिए : उत्तर : अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भेद किए गए हैं। वे हैं-- (i) कथनात्मक अथवा विधानवाचक वाक्य  (ii) निषेधवाचक अथवा नकारात्मक वाक्य  (iii) आज्ञार्थक अथवा विधिवाचक वाक्य (iv) प्रश्नवाचक वाक्य  (v) इच्छावाचक वाक्य  (vi) संदेहवाचक वाक्य  (vii) विस्मयादिबोधक अथवा मनोवेगात्मक वाक्य और   (viii) संकेतवाचक वाक्य    प्रश्न 3: कथनात्मक वाक्य किसे कहते हैं? उत्तर : जिन वाक्यों से किसी कार्य के करने या होने की सामान्य सूचना मिलती है, उन्हें कथनात्मक, विधानवाचक अथवा रचनात्मक वाक्य कहते हैं। जैसे -- (i) सूर्य पश्चिम में अस्त जाता है। (ii

रस-निष्पत्ति/भाग 2

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रस-निष्पत्ति/भाग-2 प्रश्नोत्तर   प्रश्न 1: शृंगार रस किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए : उत्तर : नायक-नायिका के ह्रदय में स्थित प्रेम अथवा रति नामक स्थायी भाव का जब विभाव, अनुभाव और संचारी भाव के साथ संयोग होता है तो वहाँ शृंगार रस होता है। शृंगार रस को सभी रसों में श्रेष्ठ और रसों का राजा माना जाता है। इसे ' रसराज ' भी कहा गया है। इस रस का स्थायी भाव ' रति ' है। शृंगार रस के दो भेद हैं-- (i) संयोग शृंगार और (ii) वियोग शृंगार । शृंगार रस के कुछ उदाहरण : (i) बतरस लालच लाल की  मुरली धरी लुकाय।      सौंह  करैं  भौंहनु  हँसै  दैन  कहैं  नटी  जाय।।                                                  ( संयोग शृंगार )  (ii) निसिदिन बरसत नैन हमारे।        सदा रहत पावस ऋतु हम पै जब ते श्याम सिधारे।                                                             ( वियोग शृंगार ) (iii) कहत नटत रीझत खिझत मिलत खिलत लजियात।        भरे    भुवन    में  करत  हैं    नैनन  ही  सों    बात।।                                                         ( संयोग शृंगार ) (iv) हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी