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अक्तूबर, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

नेताजी का चश्मा (MCQ)

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नेताजी का चश्मा (MCQ) प्रश्न  1: चश्मेवाले के प्रति पानवाले के मन में कैसी भावना थी? (a) घृणा की  (b) उत्साह की (c) उपेक्षा की (d) इनमें से कोई नहीं प्रश्न 2: किसे देखकर हालदार के चेहरे पर कौतुकभरी मुस्कान फ़ैल गई? (a) पानवाले को (b) बच्चे को (c) मूर्ति के चेहरे को (d) इनमें से कोई नहीं प्रश्न 3: चश्मेवाले को पानवाला क्या समझता था? (a) कैप्टन (b) पागल (c) ईमानदार (d) गरीब प्रश्न 4: एक बार कस्बे से गुजरते समय हालदार को मूर्ति में क्या अंतर दिखाई दिया? (a) मूर्ति पर चश्मा नहीं था (b) मूर्ति टूटी हुई थी (c) मूर्ति गंदी थी (d) इनमें से कोई नहीं प्रश्न 5: नेताजी की बगैर चश्मे वाली मूर्ति किसे बुरी लगती थी? (a) हालदार को (b) कस्बेवालों को (c) पानवाले को (d) चश्मेवाले को प्रश्न  6: पहली बार कस्बे से गुजरने पर हालदार मूर्ति पर क्या देखकर चौंके ? (a) नेताजी की टोपी (b) काला छाता (c) रियल चश्मा (d) इनमें से कोई नहीं प्रश्न 7: हालदार का स्वभाव कैसा था? (a) सनकी (b) पागल (c) भावुक (d) चंचल  प्रश्न 8: हालदार साहब किस बात पर दुखी हो गए? (a) दुनिया के स्वार्थी स्वभाव पर (b) नेताजी की मूर्ति को देखकर (

कफ़न/--प्रेमचंद

  कफ़न            ---प्रेमचंद   1. झोपड़े के द्वार पर बाप और बेटा दोनों एक बुझे हुए अलाव के और अन्दर बेटे कि जवान बीवी बुधिया प्रसव-वेदना से पछाड़ खा रही थी। रह-रहकर उसके मुँह से ऐसी दिल हिला देने वाली आवाज़ निकलती थी, कि दोनों कलेजा थाम लेते थे। जाड़े की रात थी, प्रकृति सन्नाटे में डूबी हुई, सारा गाँव अन्धकार में लय हो गया था। घीसू ने कहा – मालूम होता है, बचेगी नहीं। सारा दिन दौड़ते ही गया, ज़रा देख तो आ। माधव चिढ़कर बोला – मरना ही है तो जल्दी मर क्यों नही जाती ? देखकर क्या करूं? ‘तू बड़ा बेदर्द है बे ! साल-भर जिसके साथ सुख-चैन से रहा, उसी के साथ इतनी बेवफाई!’ ‘तो मुझसे तो उसका तड़पना और हाथ-पाँव पटकना नहीं देखा जाता।’ चमारों का कुनबा था और सारे गाँव में बदनाम। घीसू एक दिन काम करता तो तीन दिन आराम करता। माधव इतना कामचोर था कि आधे घंटे काम करता तो घंटे भर चिलम पीता। इसीलिये उन्हें कहीँ मज़दूरी नहीं मिलती थी। घर में मुट्ठी भर अनाज भी मौजूद हो, तो उनके लिए काम करने कि कसम थी। जब दो-चार फाके हो जाते तो घीसू पेड़ पर चढ़कर लकड़ियां तोड़ लाता और माधव बाज़ार में बेच आता। जब तक वह पैसे

वाच्य भेद (MCQ)

  वाच्य भेद (MCQ प्रश्न1: 'अशोक ने विश्व को शांति का संदेश दिया।'-  वाच्य पहचानिए :  (क) कर्मवाच्य  (ख) भाववाच्य  (ग) कर्तृवाच्य  (घ) करणवाच्य प्रश्न 2: 'हम इस खुले मैदान में दौड़ सकते हैं।' -- वाक्य को भाववाच्य में बदलिए: (क) हम दौड़ सकते हैं इस खुले मैदान में। (ख) हम इस खुले मैदान में दौड़ सकेंगे।  (ग) हमसे इस खुले मैदान में दौड़ा जाएगा। (घ) हमसे इस खुले मैदान में दौड़ा जा सकता है। प्रश्न 3: 'सुमन जल्दी नहीं उठती।' -- प्रस्तुत वाक्य को भाववाच्य में बदलिए: (क) सुमन जल्दी नहीं उठ पाती। (ख) सुमन जल्दी से नहीं उठ सकेगी। (ग) सुमन जल्दी नहीं उठ पाएगी। (घ) सुमन से जल्दी नहीं उठा जाता। प्रश्न 4: निम्नलिखित वाक्यों में से कर्तृवाच्य वाला वाक्य पहचाहिए:  (क) अरविंद द्वारा कल पत्र लिखा जाएगा। (ख) बच्चों द्वारा नमस्कार किया गया। (ग) सरकार द्वारा लोक कलाकारों का सम्मान किया गया। (घ) नेता जी ने देश के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया। प्रश्न 5: निम्नलिखित में से कौन-सा भाववाच्य का सही विकल्प नहीं है: (क) मुझसे अब सोया नहीं जाता। (ख) आइए, चला जाए। (ग) हमें धोखा दिया जा रहा है। (घ)

रचना के आधार पर वाक्य भेद (MCQ)

  रचना के आधार पर वाक्य भेद (MCQ) प्रश्न 1: 'हर्षिता बहुत विनम्र है और सर्वत्र सम्मान प्राप्त करती है।' --- रचना के आधार पर वाक्य भेद है: (क) सरल वाक्य (ख) मिश्र वाक्य (ख) संयुक्त वाक्य  (घ) साधारण वाक्य प्रश्न 2: निम्नलिखित में से मिश्र वाक्य है: (क) मैंने एक वृद्ध की सहायता की। (ख) जो विद्यार्थी परिश्रमी होता है, वह अवश्य सफल होता है। (ग) अध्यापिका ने अवनी की प्रशंसा की तथा उसका उत्साह बढ़ाया। (घ) नवाब साहब ने संगति के लिए कोई उत्साह नहीं दिखाया। प्रश्न 3: 'प्रयास बाजार गया। वहाँ से वह सेब लाया।'-- इन वाक्यों की सहायता से एक संयुक्त वाक्य लिखिए: (क) प्रयास बाजार गया और वहाँ से वह सेब लाया। (ख) प्रयास सेब लाया जब वह बाजार गया। (ग) प्रयास बाजार जाकर सेब लाया। (घ) जब प्रयास बाजार गया तब वहाँ से वह सेब लाया।   प्रश्न 4: निम्नलिखित में से सरल वाक्य पहचानिए: (क) प्रातः काल हुआ और सूरज की किरणें चमक उठीं। (ख) जब प्रातः काल हुआ, सूरज की किरणें चमक उठीं। (ग) प्रातः काल होते ही सूरज की किरणें चमक उठीं। (घ) जैसे ही प्रातः काल हुआ, सूरज की किरणें चमक उठीं। प्रश्न 5: किस पंक्ति मे

बालगोबिन भगत (MCQ)

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  बालगोबिन भगत (MCQ) प्रश्न 1: 'बालगोबिन भगत' पाठ के लेखक कौन हैं? (a) स्वयं प्रकाश  (b) महादेवी वर्मा  (c) रामवृक्ष बेनीपुरी   (d) सर्वेश्वर दयाल सक्सेना प्रश्न 2: गृहस्थ होते हुए भी बालगोबिन भगत साधु थे क्योंकि-- (a) वे पीले वस्त्र पहनते थे  (b) सिर पर जटा धारण करते थे  (c) साधु की सब परिभाषाओं पर खरे उतरने वाले व्यक्ति थे  (d) प्रतिदिन मंदिर जाते थे प्रश्न 3: बालगोबिन भगत किसे 'साहब' मानते थे? (a) श्रीराम को (b) श्रीकृष्ण को  (c) कबीर को  (d) अंग्रेज को प्रश्न 4: बालगोबिन भगत के विषय में कौन-सा कथन सत्य नहीं है?  (a) कभी झूठ नहीं बोलते थे (b) खरा व्यवहार रखते थे  (c) दो टूक बात करते थे  (d) खामखाह झगड़ा मोल लेते थे प्रश्न 5: 'जो कुछ खेत में पैदा होता सिर पर लादकर बालगोबिन भगत पहले उसे साहब के दरबार में ले जाते।' -- पंक्ति में 'साहब के दरबार' से मतलब है:  (a) मंदिर से  (b) मस्जिद से  (c) गुरुद्वारे से  (d) कबीरपंथी मठ से  प्रश्न 6: गंगा स्नान के लिए जाते समय भगत भिक्षा नहीं माँगते थे क्योंकि-- (a) वे गृहस्थ थे और भिक्षा माँगने के खिलाफ थे  (b) उन्हें उ

राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद (MCQ)

 राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद (MCQ) प्रश्न 1: परशुराम ने किस के प्रेम के कारण लक्ष्मण का वध नहीं किया? (a) शिव के  (b) राम के  (c) अपने पिता के (d) विश्वामित्र के प्रश्न 2: कविता में परशुराम का स्वभाव कैसा है?  (a) उदार  (b) लालची  (c) क्रोधी  (d) चंचल प्रश्न 3: सहस्रबाहु की भुजाओं को किसने काट डाला था? (a) लक्ष्मण ने  (b) राम ने  (c) विष्णु ने  (d) परशुराम ने प्रश्न 4: परशुराम के वचन किसके समान कठोर हैं? (a) वज्र के  (b) लोहे के  (c) पत्थर के  (d) काठ के प्रश्न 5: शूरवीर अपनी वीरता कहाँ दिखाते हैं?  (a) घर में  (b) युद्धक्षेत्र में  (c) अपनी बातों में  (d) इनमें से कोई भी नहीं प्रश्न 6: परशुराम शिव को क्या मानते हैं?  (a) पिता  (b) ईश्वर  (c) गुरु   (d) सेवक प्रश्न 7: लक्ष्मण ने परशुराम के किस स्वभाव पर व्यंग्य किया है?  (a) चाटुकारिता(चापलूसी) (b) आलसीपन  (c) मधुर वाणी  (d) बड़बोलापन प्रश्न 8: शूरवीर को अपनी शूरता कहाँ प्रदर्शित करनी चाहिए?  (a) स्वयंवर के समय  (b) अपने को औरों से बड़ा बताने के लिए (c) युद्धभूमि में  (d) राजभवन में प्रश्न 9: 'तुम्ह तौ कालु हाँक जनु लावा'-- इस पं

सूरदास के पद(MCQ)

  सूरदास के पद/वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर                  (MCQ) प्रश्न 1:  उद्धव कृष्ण का कौन-सा संदेश लेकर आए थे? (a) प्रेम-संदेश  (b) अनुराग-संदेश (c) योग-संदेश (d) इनमें से कोई नहीं प्रश्न 2: कृष्ण की संगति में रहकर भी कौन उनके प्रेम से अछूते हैं? (a) उद्धव (b) गोपियाँ (c) राधा (d) इनमें से कोई नहीं प्रश्न 3: उद्धव के व्यवहार की तुलना किसके पत्ते से की गई है? (a) पीपल के (b) कमल के (c) केले के (d) नीम के प्रश्न 4:  गोपियों को कृष्ण का व्यवहार कैसा प्रतीत होता है? (a) उदार (b) छलपूर्ण (c) निष्ठुर (d) इनमें से कोई नहीं प्रश्न 5: गोपियाँ स्वयं को क्या समझती हैं? (a) डरपोक (b) निर्बल (c) अबला (d) साहसी प्रश्न 6:  गोपियाँ किसके प्रेम में आसक्त हो गई हैं? (a) उद्धव-प्रेम (b) कृष्ण-प्रेम (c) संगीत-प्रेम (d) इनमें से कोई नहीं प्रश्न 7:  इनमें से किस पक्षी की तुलना गोपियों से की गई है? (a) कोयल (b) मोर (c) हारिल (d) चकोर प्रश्न 8:  किसने प्रेम की मर्यादा का उल्लंघन किया है? (a) गोपियों ने (b) उद्धव ने (c) राजा ने (d) कृष्ण ने प्रश्न 9: कृष्ण का योग-संदेश लेकर कौन आए थे? (a) उद्धव (b) बलराम (c)

हिंदी का गृहकार्य/कक्षा: दस

  हिंदी का गृहकार्य कक्षा- दस प्रश्न 1: सरल, संयुक्त और मिश्र वाक्यों के दस-दस उदाहरण            लिखिए। प्रश्न 2: कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य और भाववाच्य के दस-दस            उदाहरण दीजिए। प्रश्न 3: (i) उदाहरण सहित संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और                               क्रियाविशेषण की परिभाषा लिखिए।           (ii) संज्ञा के तीन, सर्वनाम के छह, विशेषण के चार और                      क्रियाविशेषण के चार भेदों के नाम लिखिए और भेदों                      के उन नामों के विपरीत उनके अधिक से अधिक                            उदाहरण दीजिए। प्रश्न 4: (i) ग्यारह रसों के नाम लिखिए और उन नामों के                     विपरीत उनके स्थायी भावों के नाम लिखिए।           (ii) सभी ग्यारह रसों के पाँच-पाँच उदाहरणों का संग्रह                 कीजिए। प्रश्न 5: नेताजी का चश्मा, बालगोबिन भगत, राम-लक्ष्मण            परशुराम संवाद -- पाठ के कवि/लेखकों के नाम            लिखिए। प्रश्न 6: सूरदास के पद, राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद, नेताजी            का चश्मा और बालगोबिन भगत -- पाठों के नामों के            विप

हिंदी का गृहकार्य/कक्षा- नौ

  हिंदी का गृहकार्य कक्षा- नौ प्रश्न 1: (लॉकडाउन के समय) 'अगर मैं प्रधानाध्यापक होता' -- शीर्षक पर न्यूनतम 250 शब्दों का एक निबंध लिखिए। प्रश्न 2: मोबाइल पर गेम खेलते हुए ज्यादा से ज्यादा समय बिताने वाले अपने भाई/बहन को उसके बदले पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने के लिए समझाते हुए एक पत्र लिखिए। प्रश्न 3: इंटरनेट के माध्यम से पंचतंत्र और हितोपदेश की कहानियाँ पढ़िए और उनमें से आप को सबसे ज्यादा पसंद आई हुई कहानी अपनी भाषा में संक्षेप में लिखिए। प्रश्न 4: पढ़ाई में कमजोर दो विद्यार्थियों के बीच अपने खराब परीक्षा परिणाम के कारणों पर चर्चा करते हुए विस्तार पूर्वक एक संवाद प्रस्तुत कीजिए। प्रश्न 5: देशप्रेम से भरी किसी एक हिंदी कविता का संकलन कीजिए। (उपर्युक्त संपूर्ण कार्य A4 sized ruled white paper में लिखिए। अपना नाम, कक्षा, अनुक्रमांक, विषय, शैक्षिक सत्र, विषय शिक्षक आदि का उल्लेख करते हुए एक Cover Page भी बनाइए। विद्यालय खुलने के पहले ही दिन अपना गृहकार्य अपने विषय शिक्षक के हाथों सबमिट कीजिए।) ।।

অতীতক নাযাবা পাহৰি / যতীন্দ্ৰনাথ দুৱৰা

    অতীতক নাযাবা পাহৰি                                     -- যতীন্দ্ৰনাথ দুৱৰা চেনেহৰ সখা মোৰ শেষ অনুৰোধ অতীতক নেযাবা পাহৰি, সমাপি জীৱন খেলা বসুধা বুকুত যাম গৈ যিদিনা আঁতৰি, অতীতক নেযাবা পাহৰি॥ সুখে দুখে জীৱনৰ ফুৰে পাছে পাছে অতীতৰ মধুৰ সপোন, নিমিষতে বিষাদত ধৰিছে আগত এৰি অহা প্রেমৰ দাপোণ, অতীতৰ মধুৰ সপোন॥ কঁপি থকা ওঁঠ দুটি নোৱাৰে ফুটাব যাওঁ বোলা বিদায়ৰ বাণী : দুগালে বাগৰি যায় চকুলো দুধাৰি মাগে মাথো শেষৰ মেলানি, যাওঁ বোলা বিদায়ৰ বাণী॥ বিষাদ-ডাৱৰে ঢাকে জীৱন-আকাশ পোহৰৰ লেশ মাথো নাই, এখুজি দুখুজি কৰি ধীৰে ধীৰে দেহি বাটৰুৱা যায় আগুৱাই, পোহৰৰ লেশ মাথোঁ নাই॥ আন্ধাৰ-মুধাৰ বাট নমনি একোকে সমুখত স্মৃতিৰ শ্মশান। কতনো প্ৰেমৰ ছবি লয় গই তাতে তোলে এটি সকৰুণ তান, সমুখত স্মৃতিৰ শ্মশান॥ তাৰ মাজেদিয়ে যায় বাটৰুৱা মোৰ সুখৰ দুখৰ গান শুনি, আশা নিৰাশাৰ ৰেখ বুকুৰ মাজত আঁকি লই অকলে আপুনি, সুখৰ দুখৰ গান শুনি ॥ শুকুলা পাখিৰে সৌ নাওখনি বাই নাৱৰীয়া আছে বাট চাই, উঠিম যেতিয়া মই নাৱৰ বুকুত নাও মেলি যাব ভটীয়াই নাৱৰীয়া আছে বাট চাই ॥ দূৰত গৰজে শুনা অনন্ত সাগৰ পর্বত সমান টো তুলি, বাহু তোলা মৰণৰ শেষ আলিঙ্গনে চিনচা