संदेश

मार्च, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अभ्यास प्रश्नोत्तर/कृतिका(कक्षा: नौ)

चित्र
अभ्यास प्रश्नोत्तर/कृतिका प्रश्न 1: बाढ़ की खबर सुनकर लोग किस तरह की तैयारी करने लगे?  उत्तर : बाढ़ की खबर सुनकर लोग अति आवश्यक सामानों को जुटाने में और अपनी सुरक्षा का प्रबंध करने में व्यस्त हो गए। आवश्यक ईंधन, आलू, मोमबत्ती, दियासलाई, पीने का पानी, दवाइयाँ आदि इकट्ठा करने लगे ताकि बाढ़ से घिर जाने पर भी कुछ दिनों तक आसानी से गुजारा चल सके। प्रश्न 2: बाढ़ की सही जानकारी लेने और बाहर का रूप देखने के लिए लेखक क्यों उत्सुक था? उत्तर : लेखक उसी क्षेत्र के रहने वाले थे, जहाँ बाढ़ग्रस्त लोग शरण लिया करते थे। बीते दिनों में लेखक बाढ़ पीड़ितों की मदद कई तरह से कर चुके थे। उन्होंने बाढ़ देखा तो था, परंतु बाढ़ से घिरने, बहने या खुद भोगने का अनुभव नहीं किया था। वे उसका प्रत्यक्ष अनुभव लेना चाहते थे। इसलिए बाढ़ के संबंध में अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए वे बहुत बेचैन और उत्सुक थे। प्रश्न 3: सबकी ज़बान पर एक ही जिज्ञासा-- 'पानी कहाँ तक आ गया है?' इस कथन से जनसमूह की कौन-सी भावनाएँ व्यक्त होती हैं?  उत्तर: सबके मन में एक ही जिज्ञासा थी-- 'पानी कहाँ तक आ गया है?' इस कथन से जनसमूह के

अभ्यास प्रश्नोत्तर (कक्षा: नौ)

चित्र
अभ्यास प्रश्नोत्तर  प्रश्न 1: किस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया और उन्हें पक्षी प्रेमी बना दिया? उत्तर : बचपन में सालिम अली की एयरगन से नीले कंठ की एक सुंदर गौरैया घायल होकर गिर पड़ी थी। इस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया। वह गौरैया की देखभाल, सुरक्षा और खोजबीन में इस तरह जुट गए कि उसके बाद उनकी रुचि पूरे पक्षी-संसार की ओर मुड़ गई और वे पक्षी-प्रेमी बन गए। प्रश्न 2: सालिम अली ने पूर्व प्रधानमंत्री के सामने पर्यावरण से संबंधित किन संभावित खतरों का चित्र खींचा होगा कि जिससे उनकी आँखें नम हो गई थीं? उत्तर: सालिम अली ने पूर्व प्रधानमंत्री के सामने पर्यावरण से संबंधित गंभीर खतरों का वर्णन किया होगा। वृक्षों की कटाई से लेकर इससे प्रकृति पर पहुँच रहे नुकसान तक के बारे में बताया होगा। साइलेंट वैली में रेगिस्तानी गर्म हवाओं के गंभीर असर के बारे में वर्णन किया होगा। वातावरण के बदलने से पशु-पक्षियों पर पहुँच रहे नुकसान और दुख-कष्टों का हृदयविदारक वर्णन किया होगा, जिसे सुनकर प्रधानमंत्री की आँखें नम हो गई होंगी। प्रश्न 3: लॉरेंस की पत्नी फ्रीडा ने ऐसा क्यों कहा होगा

संक्षिप्त प्रश्नोत्तरः व्याकरण (कक्षा: 9)

चित्र
  संक्षिप्त प्रश्नोत्तर प्रश्न 1:   'प्रतिशत', 'प्रत्यक्ष', 'प्रत्येक' आदि शब्दों में प्रयुक्त उपसर्ग बताइए।  उत्तर: प्रति प्रश्न 2: 'अध्यादेश' शब्द में कौन-सा उपसर्ग है? उत्तर : अधि प्रश्न 3: अछूत, अटल, अशुभ, अगर -- शब्दों में से वह शब्द चुनिए जिसमें उपसर्ग के रूप में 'अ' का प्रयोग नहीं हुआ है। उत्तर: अगर प्रश्न 4: 'गर्माहट' शब्द में कौन-सा प्रत्यय है? उत्तर : आहट प्रश्न 5: प्रत्यय मूल रूप से क्या होते हैं? उत्तर: शब्दांश  प्रश्न 6: 'मित्रता' शब्द में प्रयुक्त मूल शब्द और प्रत्यय अलग कीजिए।  उत्तर: मित्र(मूल शब्द)+ ता(प्रत्यय) प्रश्न 7: 'इमा' प्रत्यय युक्त दो शब्दों का निर्माण कीजिए।  उत्तर : अणु+इमा= अणिमा          लघु+इमा= लघिमा प्रश्न 8: 'गैरहाजिर' शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग और मूल शब्द लिखिए।  उत्तर : गैर (उपसर्ग) + हाजिर (मूल शब्द) प्रश्न 9: 'आमरण' शब्द में समास का कौन-सा भेद है? उत्तर: अव्ययीभाव समास  प्रश्न 10: 'त्रिफला' शब्द में समास का कौन-सा भेद है? उत्तर: द्विगु समास   प्रश्न 11 : समास

संक्षिप्त प्रश्नोत्तर (कक्षा: 8)

चित्र
संक्षिप्त प्रश्नोत्तर प्रश्न 1: 'मूक', 'प्राचीन', 'वरदान', 'संक्षेप' -- शब्दों के विलोम शब्द लिखिए।  उत्तरः मूक ---- वाचाल          प्राचीन -- नवीन          वरदान --- अभिशाप          संक्षेप --- विस्तार प्रश्न 2: 'अव्यक्त' शब्द का विलोम शब्द है: उत्तर : व्यक्त  प्रश्न 3: 'समीप' शब्द का विलोम शब्द है: उत्तर : दूर प्रश्न 4: दोस्त, अरि, दुश्मन, शत्रु -- शब्दों में से कौन-सा शब्द 'मित्र' शब्द का पर्यायवाची है? उत्तर: दोस्त  प्रश्न 5: स्थान, क्षत्रीय, भूमि और खेत -- इन शब्दों में से कौन-सा शब्द 'क्षेत्र' का अनेकार्थक शब्द नहीं है? उत्तर : क्षत्रीय  प्रश्न 6: निम्नलिखित श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्दों के अर्थ याद कीजिए : (क) सुर -- देवता         शूर -- वीर (ख) शुक्ल -- श्वेत         शुल्क -- फीस, कर (ग) सूचि -- सूई       सूची -- तालिका (घ) हरि -- विष्णु       हरी -- हरे रंग की (ङ) वसन -- कपड़ा       व्यसन -- बुरी आदत  (च) सुत -- बेटा, पुत्र       सूत -- धागा, सारथि (छ) कोष -- खज़ाना       कोश -- शब्द भंडार  (ज) सर -- सरोवर, तालाब   

टाइम ट्रैवल

चित्र
टाइम ट्रैवल  टाइम ट्रैवल की साइंस फिक्शन फिल्में देखते समय अक्सर हमारे दिमाग में एक बड़ा सवाल उठता है, क्या वाकई ऐसा हो सकता है कि कोई भविष्य में या फिर भूत में चला जाए। जब हम इस विषय पर दूसरों से बात करते हैं, तो अधिकांश लोग इसे साइंस फिक्शन बताकर खारिज कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि विज्ञान ने टाइम ट्रैवल की सिद्धांतों को पूरी तरह से खारिज नहीं किया है। 1895 में पहली बार हुआ था इसका जिक्र टाइम ट्रैवेल, अर्थात समय-यात्रा। इसके बारे में शुरुआती बातें 1895 में प्रकाशित किए गए 'द टाइम मशीन' उपन्यास में मिलती हैं। इसे विज्ञान कल्प-कथा के जनक माने जाने वाले प्रसिद्ध विज्ञान-लेखक एच. जी. वेल्स ने लिखा था, लेकिन यह आविष्कार के तौर पर वैज्ञानिक तरीके से समझाने योग्य नहीं था। साहित्य और सिनेमा के क्षेत्र में टाइम-ट्रैवेल की अवधारणा कुछ वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित रही है। इस सिद्धांत की व्याख्या करने वाले महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने दुनिया को अपनी 'सापेक्षता के सिद्धांत' से परिचित कराया था। टाइम-ट्रैवेल की सोच को समझने के लिए रिलेटिविटी के सिद्धांतों को समझना