क्रिया, कक्षा: ८



क्रिया

प्रश्न 1:क्रिया किसे कहते हैं? उदाहरण सहित समझाइए:

उत्तर: जिस शब्द से किसी कार्य के करने, होने अथवा किसी स्थिति का बोध हो,  उसे क्रिया कहते हैं। जैसे:                                    गरिमा गीत गा रही है।                                                          हवा चल रही है।                                                               बच्चे छत पर हैं।                                                                वह गेंद खेल रहे हैं।

 प्रश्न 2: धातु से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:  क्रिया के मूल अंश को धातु कहते हैं।  जैसे: चल, पढ़, लिख, हँस, आ, जा, सुन, देख आदि।

प्रश्न 3: क्रिया द्वारा किसी कार्य को किए जाने, किसी कार्य के होने, किसी व्यक्ति या वस्तु की स्थिति का बोध कराने वाली क्रियाओं का एक-एक उदाहरण दीजिए।

उत्तर: (i) किसी कार्य को किए जाने का बोध कराने वाली क्रियाएँ--           राम  खाना खाता है। बच्चेेे खेल रहे हैं।                                        (ii) किसी कार्य के होने का बोध कराने वाली क्रियाएँ--                   गर्मी हो रही है। हवा चल रही है।                                               (iii)  किसी व्यक्ति या वस्तुुु की स्थिति अथवा अवस्था का             बोध कराने वाली क्रियाएँ--                                                       पुस्तक मेज पर है। बच्चे छत पर हैं।

प्रश्न  4: मूल धातु को किस प्रकार पहचाना जा सकता है?      

उत्तर: क्रिया का जो रूप 'तू' के साथ आज्ञार्थक रूप में प्रयुक्त होता है, वह क्रिया का मूूल अथवा धातु-रूप होता है।  जैसे:                  तू चल, तूूूूूू पढ़, तू लिख, तू हँस, तू आ, तू जा, तू सुन, तू देख आदि।     --- यहाँ चल, पढ़, लिख, हँस, आ, जा, सुन, देख-- ये सभी  क्रिया की  मूल धातुएँ हैं।

प्रश्न 5:  क्रिया का सामान्य रूप कैसे बनता है?

उत्तर: धातु रूपों में जब 'ना' जुड़ जाता है, तो क्रिया का सामान्य रूप प्राप्त होता है। जैसे-- चल+ना = चलना, पढ़+ना = पढ़ना, लिख+ना = लिखना, देख+ना = देखना आदि। चलना, पढ़ना, लिखना, देखना- यह सब क्रिया के सामान्य रूप हैं।

प्रश्न 6: क्रिया के मुख्य रूप से कितने भेद किए गए हैं? उदाहरण सहित उनकी परिभाषा लिखिए:

उत्तर: क्रिया के मुख्य रूप से दो भेद किए गए हैं:                                  (i) अकर्मक क्रिया और                                                            (ii) सकर्मक क्रिया 

(i) अकर्मक क्रिया: वाक्य में जो क्रिया कर्म की अपेक्षा नहीं रखती, वह अकर्मक कहीं जाती है। जैसे: आना, चलना, बैठना, सोना, रोना, हंसना, दौड़ना, भागना, मुस्कुराना आदि।

(ii) सकर्मक क्रिया: वह क्रिया जो वाक्य में कर्म की अपेक्षा रखती है, सकर्मक कहलाती है। सकर्मक क्रियाओं का फल कर्म पर पड़ता है। जैसे: हरीश ने पत्र लिखा। चंचल ने गीत गाया। नवीन क्रिकेट खेल रहा है।

प्रश्न 7: निम्नलिखित वाक्यों में प्रयुक्त कौन-सी क्रिया अकर्मक है?                                                                                    (क) वह पुस्तक पढ़ रहा है।              (ख) उसने मुझे बुलाया है। (ग) सैनिकों ने कई लड़ाइयाँ लड़ी हैं।  (घ) बच्चा सो रहा है।

उत्तर: (घ) बच्चा सो रहा है।

प्रश्न 8:  किस वाक्य की क्रिया सकर्मक है?                        (क) माँ ने नौकर से कमरा साफ करवाया।                          (ख) वह खाना खाकर सो गया।                                        (ग) माँ खाना बना रही है।                                                (घ) तुम यहाँ क्यों बैठे हो?

उत्तर: (ग) माँ खाना बना रही है।

प्रश्न 9:  किस वाक्य की क्रिया अकर्मक नहीं है?                        (क) माली ने पौधों को पानी दिया।                                        (ख) शिशु मुस्कुरा रहा है।                                                    (ग) चिड़िया उड़ती है।                                                          (घ) वर्षा हो रही है।

उत्तर: (क) माली ने पौधों को पानी दिया। 

प्रश्न 10: किस वाक्य की क्रिया सकर्मक नहीं है?                      (क) दादाजी ने मुझे बुलाया।                                                (ख) पिताजी कुर्सी पर बैठे हैं।                                               (ग) वह एक चित्र बना रहा है।                                              (घ) बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं।

उत्तर: (ख) पिताजी कुर्सी पर बैठे हैं।   



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