लखनवी अंदाज/शब्दार्थ

 


लखनवी अंदाज

                    लेखक: यशपाल 

शब्दार्थ:

(i) मुफस्सिल --------- केंद्रस्थ नगर के इर्द-गिर्द के स्थान

(ii) सफ़ेदपोश -------- सज्जन, भद्र व्यक्ति 

(iii) किफ़ायत -------- मितव्ययिता, समझदारी से उपयोग   

                                करना 

(iv) आदाब-अर्ज़ ---- अभिवादन अथवा नमस्कार का एक   

                               ढंग 

(v) गुमान ------------ भ्रम 

(vi) एहतियात ------ सावधानी 

(vii) बुरक देना ------ छिड़क देना 

(viii) स्फुरण -------- फड़कना, हिलना 

(ix) प्लावित -------- पानी भर जाना

(x) पनियाती ------ रसीली 

(xi) मेदा ------------- आमाशय, पेट 

(xii) तसलीम में ------ सम्मान में

(xiii) सिर खम करना -- सिर झुकाना 

(xiv) तहज़ीब -------- शिष्टता

(xv) नफ़ासत ------ स्वच्छता

(xvi) नज़ाकत ------ कोमलता 

(xvii) नफ़ीस --------- बढ़िया 

(xviii) एब्स्ट्रेक्ट ----- सूक्ष्म, जिसका भौतिक अस्तित्व न हो,  

                             अमूर्त अथवा काल्पनिक

(xix) सकील ------ आसानी से न पचने वाला

(xx) सुर्खी -------- लाली

(xxi) लज़ीज़ ------- स्वादिष्ट 










।।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

अभ्यास प्रश्नोत्तर (कक्षा: नौ)

संक्षिप्त प्रश्नोत्तरः व्याकरण (कक्षा: 9)

नेताजी का चश्मा/ स्वयं प्रकाश