पुनरावृत्ति (दो)
पुनरावृत्ति (दो)
प्रश्न 1: 'कबीर हिन्दू-मुस्लिम भेदभाव से ऊपर थे' -- कथन को सिद्ध कीजिए:
उत्तर: संत कबीर धार्मिक भेदभाव और कट्टरता के विरोधी थे। वे काबा और काशी अथवा राम और रहीम को एक समान मानते थे। हिंदू और मुसलमानों के द्वारा अपने अपने धर्म को श्रेष्ठ मानना और एक दूसरे के धर्म की निंदा करना उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं था। इसलिए अपनी कविताओं में वे कभी-कभी दोनों को फटकार लगाते हैं। वे वास्तव में ही हिंदू मुस्लिम भेदभाव से ऊपर थे।
प्रश्न 2: कवि बच्चों के काम पर जाने से क्यों चिंतित हैं?
उत्तर: कवि बच्चों के काम पर जाने से अत्यंत चिंतित हैं। उन्हें लगता है कि बच्चों को पढ़ाई-लिखाई, खेल-कूद, अपने व्यक्तित्व विकास अथवा भविष्य निर्माण में व्यस्त रहना चाहिए। बचपन तो सुख-आनंद और जीवन के विकास का दूसरा नाम है। इसलिए कवि चाहते हैं कि बच्चों पर रोजी-रोटी कमाने का बोझ बहुत छोटी उम्र से ही ना पड़े।
प्रश्न 3: 'बच्चे काम पर जा रहे हैं' -- कविता की इस पंक्ति को सवाल की तरह लिखने से क्या अंतर आ सकता है? स्पष्ट कीजिए:
उत्तरः 'सवाल की तरह लिखे जाने' का आशय है समस्या की गहराइयों में जाने का प्रयास करना। उसके कारणों को जानना अथवा समस्या के समाधान के उपाय तलाश करना आदि। अतः सामान्य-सी लगने वाली काव्यपंक्तियों को प्रश्न की तरह लिखते ही कई बार समस्याओं के तह तक पहुँचने में काफी मदद मिल सकती है।
प्रश्न 4: बच्चों का काम पर जाना धरती के एक बड़े हादसे के समान क्यों है?
उत्तर: बच्चों का काम पर जाना इस धरती के भविष्य के लिए बिल्कुल भी अच्छी बात नहीं है। इससे तो आने वाले समय में यह धरती अनेक प्रतिभावान व्यक्ति, डॉक्टर, इंजीनियर, नेता, कलाकार आदि से वंचित हो जाएगी। फलतः इसका विकास रुक जाएगा। इसलिए बच्चों का काम पर जाना धरती के बड़े हादसे के समान है।
प्रश्न 5: 'कैदी और कोकिला' में कवि हथकड़ियों को गहना क्यों कहते हैं?
उत्तर: कवि ने चोरी, डकैती अथवा किसी गलत कार्य के लिए हथकड़ियाँ नहीं पहनी हैं। उन्होंने तो देश की आजादी प्राप्त करने के लिए हथकड़ियाँ पहनी हैं। इससे उन्हें और अधिक गौरव और सम्मान प्राप्त हुआ है। इसलिए कवि हथकड़ियों को 'गहना' कहते हैं।
प्रश्न 6: कैदी को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है?
उत्तर: कोयल स्वतंत्र है जबकि कैदी कवि एक छोटे से कमरे में कैद है। कोयल विशाल आकाश में विचरण का और हरियाली से भरी प्रकृति का आनंद ले रही है, जबकि कवि दस फुट की अँधेरी कोठरी में जीने को विवश है। कोयल के गान की सभी सराहना करते हैं, जबकि कवि के लिए तो रोना तक गुनाह हो गया है। इसलिए कैदी कवि को उन्मुक्त कोयल से ईर्ष्या हो रही है।
प्रश्न 7: माटी वाली के पास अपने अच्छे या बुरे भाग्य के बारे में ज्यादा सोचने का समय क्यों नहीं था?
उत्तरः माटी वाली की आर्थिक अवस्था अत्यंत कमजोर थी। दिन-रात काम करने के बावजूद उसके लिए दो वक्त की रोटी जुटाना बड़ा मुश्किल था। सुबह से लेकर शाम तक टिहरी वासी लोगों के घर-घर माटी पहुँचाने में ही उसका पूरा समय बीत जाता था। उसके भाग्य में यही लिखा था। इसलिए अपने अच्छे या बुरे भाग्य के बारे में ज्यादा सोचने का समय उसके पास नहीं था।
प्रश्न 8: समाज में महिलाओं को उचित गरिमा दिलाने हेतु आप कौन-कौन से प्रयास कर सकते हैं?
उत्तरः (i) हर महिला को उचित शिक्षा प्रदान कर उनका स्तर सुधार सकते हैं।
(ii) दहेज दिए अथवा लिए बिना लड़कियों का विवाह करवा सकते हैं।
(iii) उनकी योग्यता अनुसार सरकारी अथवा व्यक्तिगत क्षेत्रों में काम करने का अवसर प्रदान कर सकते हैं।
(iv) लड़कों के समान लड़कियों को भी संपत्ति का अधिकार प्रदान कर सकते हैं।
(v) व्यापार, खेलकूद, राजनीति -- हर कहीं उनका हौसला बढ़ाकर अथवा मौके प्रदान कर उनका व्यक्तित्व ऊँचा उठाने में मदद कर सकते हैं।
प्रश्न 9: उमा शादी के नाम पर मुँह क्यों फुला लेती है?
उत्तरः उमा पढ़ी-लिखी लड़की है। जब उसे पता चलता है कि उसे देखने के लिए आने वाले लोग कम पढ़ी-लिखी लड़की चाहते हैं तो वह निराश हो जाती है। वह ऐसे लोगों से रिश्ता नहीं जोड़ना चाहती। दूसरी और उसके माता-पिता उस पर दबाव डालते हैं कि वह झूठ बोल कर खुद को कम पढ़ी-लिखी बताए ताकि यह रिश्ता पक्का हो जाए। इस कारण उमा नाराज होकर मुँह फुला लेती है।
प्रश्न 10: माटी वाली को सब लोग क्यों जानते हैं?
उत्तरः माटी वाली टिहरी शहर के हर घर की आवश्यकता पूरी करती है। वह सबके घरों के लिए लाल मिट्टी का प्रबंध करती है। माटी वाली के अलावा घर घर मिट्टी पहुँचाने वाला और कोई व्यक्ति टिहरी में नहीं है। अतः सब लोग माटी वाली को जानते-पहचानते हैं।
प्रश्न 11: माटी वाली ने दो रोटियों में से एक रोटी क्यों छिपाई?
उत्तर: माटी वाली का पति बूढ़ा और लाचार है। वह दिनभर माटी वाली के घर लौटने और उससे भोजन पाने की प्रतीक्षा में बिताता है। माटी वाली के मन में भी हमेशा अपने पति का ध्यान बना रहता है। इसलिए दो रोटियों के मिलने पर वह एक रोटी अपने अशक्त बूढ़े पति के लिए छिपा लेती है। वह उसे छिपाती इसलिए है ताकि मालकिन इसका बुरा ना माने।
प्रश्न 12: प्रेमा अपनी बेटी को इंट्रेंस तक ही क्यों पढ़ाना चाहती थी?
उत्तर: प्रेमा चाहती थी कि उसकी बेटी उमा कम ही पढ़े-लिखे। उसे लगता था कि कम पढ़ी-लिखी लड़कियों के नखरे कम होते हैं। वह माता-पिता की आज्ञा का पालन करती है। अधिक पढ़ी-लिखी लड़कियाँ किसी की नहीं सुनतीं। अतः माता-पिता को परेशानियाँ झेलनी पड़ती हैं। इसलिए प्रेमा अपनी बेटी उमा को मात्र इंट्रेंस तक ही पढ़ाना चाहती थीं।
प्रश्न 13: लेखक परसाई की नजर किस के जूते पर अटक गई और क्यों?
उत्तर: लेखक परसाई की नजर प्रेमचंद के जूते पर अटक गईं क्योंकि वे बेतरतीब बँधे हुए थे। उनके छेदों की पतरियाँ निकल आई थीं। बाएँ जूते से उँगली निकलती दिखाई पड़ रही थी और वह फटा हुआ था। इस दृश्य से प्रेमचंद की बदहाली दिखाई दे रही थी।
प्रश्न 14: किस घटना ने सालिम अली को नई नई खोजों के लिए प्रेरित किया?
उत्तर: एक बार बचपन में सालिम अली की एयरगन से एक नीले कंठ वाली गौरैया घायल होकर गिर पड़ी। इस घटना ने उन्हें पक्षीप्रेमी बना दिया। वह गौरैया के साथ-साथ अन्य पक्षियों के बारे में भी नई-नई खोजें करने में जुट गए। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन पक्षियों के नाम समर्पित कर दिया।
प्रश्न 15: लेखक ने प्रेमचंद के जूते फटने का क्या कारण बताया है?
उत्तर: लेखक के अनुसार प्रेमचंद ने अपने जूते से रास्ते की किसी सख्त चट्टान पर अथवा टीले पर ठोकरें मारीं। उन्होंने उस चट्टान से बचकर निकलने की कोई कोशिश नहीं की। उन्होंने उसे रास्ते से भरसक इसी तरह हटाने का प्रयास किया। आशय यह है कि वह समाज की कुरीतियों के विरुद्ध अपनी कलम और साहित्य के माध्यम से जूझे। उनसे बचने के बजाय उन्होंने उनके विरुद्ध भरपूर संघर्ष किया। इस कारण उनके जूते फट गए अर्थात उनका जीवन कस्टमय ही रहा।
प्रश्न 16: 'अंगुली ढकी है, पर पंजा नीचे घिस रहा है' -- पंक्ति में छिपा व्यंग स्पष्ट कीजिए:
उत्तर: लेखक हरिशंकर परसाई ने प्रकट रूप में अपनी दुर्दशा को ढक रखा है, परंतु अंदर ही अंदर वह भी बहुत बुरी हालत में हैं। दिखने में उनकी आर्थिक स्थिति प्रेमचंद से भले ही अच्छी दिखे, परंतु सच यही है कि वह भी अंदर ही अंदर प्रेमचंद की तरह ही गरीबी की मार से पीड़ित हैं।
प्रश्न 17: तस्वीर में प्रेमचंद के फटे जूते देखकर लेखक किस सोच में पड़ गए?
उत्तर: तस्वीर में प्रेमचंद के फटे जूते देखकर लेखक सोच में पड़ गए। वे सोचने लगे कि अगर फोटो खींचाते समय प्रेमचंद की यह दुर्दशा है तो वास्तविक जीवन में उनका क्या हाल होगा। फिर उनके मन में यह विचार भी आया कि प्रेमचंद के जीवन में दो प्रकार के चरित्र नहीं होंगे। वह जीवन में बनावटी अथवा दिखावटीपन नहीं आजमाते। वह वास्तविक जीवन में जैसे हैं, हर कहीं वह उसी तरह दिख जाते हैं।
प्रश्न 18: 'एक जूते पर पचीसों टोपियाँ न्योछावर होती हैं' -- पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए:
उत्तरः समाज में आजकल जूतों का अर्थात धनवानों का मान-सम्मान काफी बढ़ गया है। अनेकों विद्वान अथवा पढ़े लिखे लोग भी आज-कल धनवान लोगों की जी-हुजूरी करते हुए पाए जाते हैं। इसी बात का संकेत करने के लिए लेखक ने उपर्युक्त पंक्ति लिखी है।
प्रश्न 19: हीरा और मोती ने गया के साथ जाने का विरोध क्यों किया?
उत्तर: हीरा और मोती अपने स्वामी झूरी के घर में ही प्रसन्न थे। वह उन्हें बहुत प्यार करता था। उन्हें फूल की छड़ी से भी नहीं मारता था। गया उन्हें जब ले जा रहा था तो उन्होंने सोचा कि वे बेच दिए गए हैं। इस बात का उनके मन में गुस्सा था। इसलिए हीरा और मोती ने गया के साथ जाने का विरोध किया।
प्रश्न 20: 'साँवले सपनों की याद' पाठ पर्यावरण के प्रति चिंता को भी व्यक्त करता है' -- पर्यावरण को बचाने के लिए आप कैसे योगदान दे सकते हैं?
उत्तरः (i) हम वातावरण को साफ-सुथरा रखेंगे।
(ii) प्लास्टिक थैलों का प्रयोग नहीं करेंगे।
(iii) पशु-पक्षियों के साथ क्रूरता का व्यवहार नहीं करेंगे।
(iv) उनके लिए चारा-भोजन की व्यवस्था करेंगे।
(v) अपने आस-पास पेड़-पौधे उगाएँगे और उनकी रक्षा करेंगे।
(vi) कूड़ा-कचरा इधर-उधर फेंकने के बदले उन्हें उपयुक्त जगह पर डालेंगे।
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