हिंदी कविताएँ
एक नया अनुभव
:हरिवंश राय बच्चन
मैंने चिड़िया से कहा--
मैं तुम पर एक कविता लिखना चाहता हूँ
चिड़िया ने मुझसे पूछा,
'तुम्हारे शब्दों में मेरी परों की रंगीनी है?'
मैंने कहा-- 'नहीं'
'तुम्हारे शब्दों में मेरे कंठ का संगीत है?'
'नहीं'
'तुम्हारे शब्दों में मेरे पंखों का उड़ान है?'
'नहीं'
'जान है?'
'नहीं'
'तब तुम मुझ पर कविता क्या लिखोगे?'
मैंने कहा, 'पर तुमसे मुझे प्यार है।'
चिड़िया बोली, 'प्यार का शब्दों से क्या सरोकार है?
एक अनुभव हुआ नया,
मैं मौन हो गया।
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