शब्द भंडार (कक्षा: आठ)
अनेकार्थक शब्द
01: अक्षर: नष्ट न होने वाला, ईश्वर, वर्ण, सत्य, जल, शिव
02: अजः कटा हुआ, ब्रह्मा, जन्म न लेने वाला
03: अर्क: सूर्य, आम का पेड़, काढ़ा
04: अपेक्षा: आशा, की तुलना में
05: अधर: नीचे, निचला होंठ, बिना टिकाए हुए
06: अंक: संख्या, गोद, नाटक के अंक
07: अंबर: आकाश, कपड़ा,
08: आराम: विश्राम, बगीचा
09: आचार्य: गुरु, पुरोहित, विद्वान
10: अमर: ईश्वर, देवता, शाश्वत
11: कनक: सोना, गेहूँ, धतूरा
12: कर: हाथ, किरण, राजस्व (टैक्स), हाथी की सूँड़
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समरूपी भिन्नार्थक शब्द
अँगना: घर का आँगन
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पर्यायवाची शब्द
01: अंबरः नभ, व्योम, गगन, शून्य, अंतरिक्ष, आकाश
02: अमृत: सुधा, पीयूष, अमी, अमिय, सोम
03: अग्नि: आग, अनल, पावक, ज्वाला, वह्नि, वैश्वानर
04: अहंकार: घमंड, दर्प, दंभ, अभिमान
05: अंधकार: अँधेरा, तिमिर, तम
06: अजेयः अपराजित, अजीत, अपराजेय
07: आभूषणः भूषण, गहना, अलंकार, विभूषण, जेवर, आभरण
08: आँख: नेत्र, नयन, चक्षु, अक्षि, लोचन, विलोचन, दृग
09: असुर: दैत्य, दानव, राक्षस, निशाचर, समीचर, दनुज
10: आज्ञा: आदेश, निर्देश, हुक्म
11: इच्छा: आकांक्षा, कामना, मनोरथ, चाह, लालसा, अभिलाषा
12: उन्नति: उत्थान, अभ्युदय, उन्नयन, विकास, उत्कर्ष, प्रगति
13: कपड़ा: वस्त्र, पट, वसन, चीर, अंबर
14: कृषक: किसान, खेतिहर, कृषिजीवी, हलवाहा
15: कमल: शतदल, अंबुज, जलज, नीरज, उत्पल, पुंडरीक, सरसिज, नलिन, राजीव, पंकज, अरविंद
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विलोम शब्द
01: अथ ---- इति
02: अल्प ---- महा, अति, प्रचुर
03: अनुकूल -- प्रतिकूल
04: अग्रज --- अनुज
05: अगला --- पिछला
06: अनिवार्य --- वैकल्पिक
07: आज्ञा, आदेश ---- विनती, प्रार्थना
08: आकर्षण ---- विकर्षण
09: आदर ----- निरादर, अनादर
10: आदान --- प्रदान
11: आलसी --- परिश्रमी
12: इहलोक ---- परलोक
13: उत्कर्ष --- अपकर्ष
14: उत्थान ------ पतन
15: ऊँच --- नीच
16: एक ---- अनेक
17: औपचारिक --- अनौपचारिक
18: कटु --- मधुर
19: कायर --- वीर
20: क्रिया --- प्रतिक्रिया
21: गृहस्थ --- संन्यासी
22: घातक --- रक्षक
23: जीवन --- मृत्यु
24: दिवाकर --- निशाकर
25: दुर्लभ --- सुलभ
26: नवल --- पुरातन
27: निर्गम --- आगम
28: अधिक --- न्यून
29: अपना -- पराया
30: अमृत --- विष
31: अपव्यय --- मितव्यय
32: अवनति --- उन्नति
33: अंधकार --- प्रकाश
34: आकाश --- पाताल
35: आस्तिक --- नास्तिक
36: आर्द्र --- शुष्क
37: आसान --- मुश्किल
38: इच्छा --- अनिच्छा
39: उचित --- अनुचित
40: उत्कृष्ट --- निकृष्ट
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अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
01: जिसे जाना ना जा सके --- अज्ञेय
02: जिसका जन्म अभी-अभी हुआ हो --- नवजात
03: जिसका अंत न हो --- अनंत
04: जिसके पास कुछ न हो --- अकिंचन
05: जिसकी कोई उपमा न हो --- अनुपम
06: जिसके आने की तिथि न हो --- अतिथि
07: जिसके समान कोई दूसरा न हो --- अद्वितीय
08: जो विधि या कानून के विरुद्ध हो --- अवैध
09: जिसकी तुलना न की जा सके --- अतुलनीय
10: जिसका आदि न हो --- अनादि
11: जो कुछ न जानता हो --- अज्ञ
12: जिसका मूल्य न आँका जा सके --- अमूल्य
13: जिसकी गहराई का पता न मिल सके --- अथाह
14: बिना विचारे किया गया विश्वास --- अंधविश्वास
15: जिसका कोई शत्रु न हो --- अजातशत्रु
16: जिसका इलाज न हो सके -- लाइलाज
17: जो होकर ही रहे --- अवश्यंभावी
18: जो कम व्यय करता हो --- अल्पव्ययी
19: कम जानने वाला --- अल्पज्ञ
20: जो बिना वेतन के काम करे --- अवैतनिक
21: जो कुछ न करता हो -- अकर्मण्य
22: जो दिखाई न दे --- अदृश्य
23: जिसके होने में संदेह हो --- संदिग्ध
24: जो इस संसार के बाहर की वस्तु हो --- अलौकिक
25: दोपहर के बाद का समय --- अपराह्न
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एकार्थक प्रतीत होने वाले शब्द
आयु: पूरा जीवनकाल
अस्वाभाविकः जो मानव प्रकृति के विपरीत हो
03: अहंकार: स्वयं को अपनी शक्ति या योग्यता से अधिक समझना
दर्पः नियम के विपरीत कार्य करने पर भी घमंड करना
04: अपराध: कानून के विरुद्ध कोई काम (जैसे-तस्करी, हत्या)
पाप: सामाजिक और धार्मिक दृष्टि से किया गया अनुचित कार्य (जीव-हत्या, मांसाहार)
05: ईर्ष्या: दूसरे की उन्नति को देखकर जलना
द्वेषः दूसरे के प्रति घृणा या शत्रुता का भाव
06: अधिक: आवश्यकता से ज्यादा होना
काफी: जितना आवश्यक हो उतना होना
पर्याप्त: जितना आवश्यक हो उससे बहुत ज्यादा होना
07: अस्त्र: ऐसे हथियार जो फेंककर चलाए जाते हैं (जैसे-- बाण)
शस्त्रः ऐसे हथियार जो हाथ में पकड़ कर चलाए जाते हैं (जैसे- गदा)
08: आरंभ: किसी साधारण कार्य की शुरुआत
श्रीगणेश: किसी शुभ कार्य या परियोजना का शुभारंभ
09: अर्पण: उम्र में छोटों द्वारा बड़ों को देना
प्रदानः बड़ों के द्वारा छोटों को दिया जाना
10: आवेदनः नौकरी, छुट्टी आदि के लिए प्रार्थना करते हुए लिखा गया पत्र
निवेदनः दूसरों के सामने किसी विषय पर अपने विचार प्रकट करना
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