अर्थ के आधार पर वाक्य भेद (कक्षा: ८)
अर्थ के आधार पर वाक्य भेद
प्रश्न 1: वाक्य किसे कहते हैं?
उत्तर: शब्दों का ऐसा व्यवस्थित और सार्थक समूह जो किसी विचार अथवा भाव को पूर्णतया व्यक्त कर सकता है, वाक्य कहलाता है। जैसे: मैं आठवीं कक्षा में पढ़ता हूँ।
इस साल ठंड कुछ ज्यादा ही बढ़ी हुई है।
इस साल ठंड कुछ ज्यादा ही बढ़ी हुई है।
प्रश्न 2: वाक्य के कितने घटक माने गए हैं? उनके नाम लिखिए और परिभाषा सहित उदाहरण दीजिए।
उत्तर: वाक्य में 'कर्ता' और 'क्रिया' का होना अनिवार्य होता है। इसी आधार पर वाक्य के दो घटक माने गए हैं। वे हैं:
(i) उद्देश्य और (ii) विधेय।
वाक्य में जिसके बारे में कुछ कहा जाए, उसको वाक्य का उद्देश्य कहा जाता है और वाक्य में उद्देश्य के बारे में जो कुछ कहा जाता है, उसे वाक्य का विधेय कहा जाता है। उद्देश्य में कर्ता और विधेय में कर्म, क्रिया आदि आते हैं।
उदाहरण:
उद्देश्य विधेय
वह लिखता है।
वह लड़का पत्र लिखता है।
वह आठवीं कक्षा का लड़का अपनी माताजी को हर हफ़्ते एक पत्र लिखता है।
प्रश्न 3: वाक्यों का विवेचन मुख्यतः किन दो स्तरों पर किया जाता है?
उत्तर: वाक्यों का विवेचन निम्नलिखित दो स्तरों पर किया जाता है: (i) अर्थ के आधार पर और (ii) रचना के आधार पर।
प्रश्न 4: अर्थ के आधार पर वाक्य के कितने भेद होते हैं? उनके नाम लिखिए:
उत्तरः अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भेद होते हैं। उनके नाम हैं:
(i) कथनात्मक अथवा विधानवाचक वाक्य
(ii) निषेधार्थक अथवा नकारात्मक वाक्य
(iii) आज्ञार्थक अथवा आदेशात्मक वाक्य
(iv) प्रश्नवाचक वाक्य
(v) इच्छावाचक वाक्य
(vi) संकेतवाचक वाक्य
(vii) विस्मयादिबोधक वाक्य और
(viii) संदेहवाचक वाक्य
(i) कथनात्मक अथवा विधानवाचक वाक्य
(ii) निषेधार्थक अथवा नकारात्मक वाक्य
(iii) आज्ञार्थक अथवा आदेशात्मक वाक्य
(iv) प्रश्नवाचक वाक्य
(v) इच्छावाचक वाक्य
(vi) संकेतवाचक वाक्य
(vii) विस्मयादिबोधक वाक्य और
(viii) संदेहवाचक वाक्य
प्रश्न 5: रचनात्मक अथवा विधानवाचक वाक्य किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए:
उत्तरः जिन वाक्यों में क्रिया के करने या होने की सामान्य सूचना मिलती है, उन्हें कथनात्मक अथवा विधानवाचक वाक्य कहा जाता है। जैसे: आज सोमवार है।
किसान खेत में हल चला रहा है।
हिमालय भारत के उत्तर में स्थित है।
प्रश्न 6: निषेधात्मक वाक्य किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए:
उत्तरः जिन वाक्यों से किसी कार्य के न होने का अथवा निषेध का बोध होता है, उन्हें निषेधात्मक अथवा नकारात्मक वाक्य कहा जाता है। जैसे: वह आज विद्यालय नहीं आएगा।
तरुण ने पढ़ाई नहीं की है।
आज मैं खाना नहीं खाऊँगी।
प्रश्न 7: आज्ञार्थक अथवा आदेशात्मक वाक्य किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए:
उत्तरः जिन वाक्यों द्वारा आज्ञा, अनुमति, विनय, प्रार्थना अथवा निर्देश आदि का भाव प्रकट होता है, उन्हें आज्ञार्थक, आदेशात्मक अथवा विधिवाचक वाक्य कहा जाता है। जैसे:
यहाँ मत बैठो।
बाहर निकल जाओ।
तुम जा सकते हो।
प्रश्न 8: प्रश्नवाचक वाक्य किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए:
उत्तरः जिन वाक्यों का प्रयोग प्रश्न पूछने के लिए किया जाता है, उन्हें प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं। जैसे:
बाहर कौन खड़ा है?
तुम क्या कर रहे हो?
क्या तुमने खाना खा लिया?
प्रश्न 9: इच्छावाचक वाक्य किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए:
उत्तर: जिन वाक्यों से वक्ता की इच्छा, आशा, आशीर्वाद, शुभकामना आदि का भाव व्यक्त होता हो, उन्हें इच्छावाचक वाक्य कहा जाता है। जैसे:
ईश्वर तुम्हें लंबी आयु प्रदान करे।
तुम्हारी यात्रा मंगलमय हो।
तुम्हें जन्मदिन मुबारक हो।
प्रश्न 10: उदाहरण सहित संकेतवाचक वाक्य की परिभाषा लिखिए:
उत्तरः जिन वाक्यों में एक क्रिया का होना अथवा न होना दूसरी क्रिया पर निर्भर हो, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहा जाता है। जैसे:
परिश्रम करोगे तो अवश्य सफलता मिलेगी।
वर्षा न होती तो फसल अच्छी नहीं होती।
आप मेरे घर आओगे तो मैं भी आपके साथ फिल्म देखने चलूँगा।
प्रश्न 11: उदाहरण सहित विस्मयवाचक वाक्य की परिभाषा लिखिए:
उत्तरः जिन वाक्यों से आश्चर्य, घृणा, हर्ष, शोक आदि के भाव व्यक्त हों उन्हें विस्मयादिवाचक वाक्य कहा जाता है। जैसे:
ओह! यह क्या हो गया।
अहा! कितना सुंदर दृश्य है।
वाह! तुमने तो कमाल ही कर दिया।
प्रश्न 12: उदाहरण सहित संदेहवाचक वाक्य की परिभाषा लिखिए:
उत्तर: जिन वाक्यों से किसी कार्य के होने में संदेह या संभावना की भावना व्यक्त हो, उन्हें संदेहवाचक वाक्य कहते हैं। जैसे:
शायद वह आज नहीं आएगा।
संभवत आज भारी वर्षा होगी।
अब तक वह घर पहुँच गया होगा।
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