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श्रीमद्भगवद्गीता का प्रथम अध्याय

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श्रीमद्भगवद्गीता का प्रथम अध्याय श्रीमद्भगवद्गीता के प्रथम अध्याय ( अर्जुनविषादयोग ) का प्रथम श्लोक है -- धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः। मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत संजय।। नीचे इसका अत्यंत विस्तारपूर्वक विश्लेषण किया गया है। इस श्लोक की शब्द-शब्द व्याख्या, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संदर्भ, दार्शनिक और आध्यात्मिक अर्थ, साहित्यिक विशेषताओं, और इसके व्यापक महत्व के साथ विस्तार से समझाया गया है। साथ ही इसकी व्याख्या व्यापक, गहन, और संरचित हो, इस पर भी ध्यान दिया गया है, ताकि आपको श्लोक का हर पहलू स्पष्ट हो। श्लोक का  मूल पाठ --  धर्मक्षेत्रे  कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः। मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत संजय।। उच्चारण: Dharma-kshetre kuru-kshetre samaveta yuyutsavah, Mamakaah pandavashchaiva kim akurvata sanjaya. शब्द-शब्द विश्लेषणइस श्लोक को समझने के लिए प्रत्येक शब्द का अर्थ और निहितार्थ महत्वपूर्ण है। नीचे प्रत्येक शब्द का विस्तृत विश्लेषण दिया गया है: धर्मक्षेत्रे (Dharma-kshetre): धर्म: यह संस्कृत शब्द अत्यंत व्यापक अर्थ रखता है। इसका अर्थ है सत्य, नैतिकता, कर...

विराम चिह्न / प्रश्नोत्तर

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विराम चिह्न प्रश्नोत्तर   प्रश्न 1: विराम चिन्ह की परिभाषा लिखिए। उत्तर : वाक्य लिखते समय स्पष्ट, अर्थवान एवं भावपूर्ण बनाने के लिए जिन चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें विराम चिह्न कहा जाता है।  प्रश्न 2: कुछ प्रमुख विराम चिह्नों के नामों के विपरीत उनके चिह्न भी लिखिए। उत्तर : (i) पूर्ण विराम चिह्न ------------- । (ii) प्रश्न सूचक चिन्ह ------------------- ? (iii)विस्मयसूचक/संबोधक चिन्ह ---- ! (iv) अल्पविराम चिह्न ------------------ , (v) अर्द्ध विराम चिह्न ------------------- ; (vi) रेखिका/निर्देशक चिह्न ----------- __ (vii) उपविराम/अपूर्ण विराम चिह्न -- : (viii) विवरण चिह्न --------------------- :-- (ix) समासक/योजक चिह्न ----------- - (x) संक्षेपसूचक/लाघव चिह्न ---------- ৹ (xi) अवतरण/उद्बरण चिह्न ------------ '--'/"--" (xii) कोष्ठक चिह्न ----------------------- ( )/{ }/[ ] (xiii) त्रुटिपूरक/हंसपद चिह्न ---------- ^ (xiv) इत्यादि चिन्ह ---------------------- ..... प्रश्न 3: नीचे दिए गए विराम चिह्नों के नामों के विपरीत उ...

स्वर संधि / प्रश्नोत्तर

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स्वर संधि  प्रश्नोत्तर प्रश्न 1: संधि किसे कहते हैं? इसके कितने भेद होते हैं? उनके नाम लिखिए।  उत्तरः दो निकटवर्ती वर्णों के परस्पर मेल से जो विकार अथवा परिवर्तन होता है, उसे संधि कहते हैं। जैसे --  रवि + इंद्र = रवींद्र महा + ईश = महेश  सदा + एव = सदैव आदि। संधि के तीन भेद होते हैं। वे हैं --  ( i) स्वर संधि, (ii) व्यंजन संधि और(iii) विसर्ग संधि  प्रश्न 2: स्वर संधि किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए।  उत्तरः दो स्वरों के मेल से होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। जैसे -- विद्या + अर्थी = विद्यार्थी  नर + इंद्र = नरेंद्र  देव + ऋषि = देवर्षि  प्रश्न 3: स्वर संधि के कितने भेद होते हैं? उनके नाम लिखिए।  उत्तरः स्वर संधि के पाँच भेद होते हैं। उनके नाम हैं --  (i) दीर्घ संधि, (ii) गुण संधि, (iii) वृद्धि संधि, (iv) यण संधि और (v) अयादि संधि । प्रश्न 4: दीर्घ संधि किसे कहते हैं?  उत्तरः ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ के बाद यदि ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ आ जाए तो दोनों मिलकर दीर्घ आ, ई और ऊ बन जाते हैं तो उसे दीर्घ संधि कहते ह...

'क' के बारे में

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'क' के बारे में हिंदी वर्णमाला में "क्" (क) एक महत्वपूर्ण व्यंजन है। इसे क् + अ की ध्वनि के साथ उच्चारित किया जाता है। यहाँ "क" व्यंजन है और "अ" स्वर है। नीचे "क" अक्षर के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है: 1. उच्चारण और स्थानः उच्चारण : "क" का उच्चारण गले (कंठ) से होता है, इसलिए इसे कंठ्य व्यंजन (गट्टूरल कंसोनेंट) कहते हैं। यह एक स्पर्श व्यंजन है, जिसमें जीभ और तालु का उपयोग होता है। ध्वनि : यह एक अघोष (बिना स्वर तारों के कंपन) और अल्पप्राण (कम हवा के साथ) ध्वनि है। इसका उच्चारण हल्का और स्पष्ट होता है, जैसे "कमल" में। उदाहरण : कमल, किताब, कागज, कविता। 2. हिंदी वर्णमाला में स्थान "क" हिंदी वर्णमाला का पहला व्यंजन है। यह वर्ग (क-वर्ग) का पहला अक्षर है, जिसमें अन्य अक्षर हैं: ख, ग, घ, ङ।इसे क वर्ग का नेतृत्वकर्ता माना जाता है। 3. लेखन और संरचना  लिखने का तरीका : "क" को लिखने के लिए पहले एक ऊर्ध्वाधर रेखा खींची जाती है, फिर दाईं ओर एक वक्र बनाया जाता है, जो नीचे की ओर मुड़ता है। यह एक साधारण और...

पद-परिचय / प्रश्नोत्तर

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पद-परिचय प्रश्नोत्तर   प्रश्न 1: पद किसे कहते हैं? उत्तर : वाक्य में प्रयुक्त शब्दों को पद कहते हैं। प्रश्न 2: पद परिचय की परिभाषा दीजिए: उत्तर : पदों का व्याकरणिक परिचय देना 'पद परिचय' कहलाता है। प्रश्न 3: हिंदी में पद कितने प्रकार के होते हैं? उनके नाम लिखिए: उत्तर : हिंदी में पद पाँच प्रकार के होते हैं। वे हैं:  ( क) संज्ञा (ख) सर्वनाम (ग) विशेषण (घ) क्रिया और  (ङ) अव्यय।  प्रश्न 4: संज्ञा किसे कहते हैं? इसके कितने भेद हैं? परिभाषा सहित सविस्तार लिखिए: उत्तर : किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, गुण अथवा भाव के नाम का बोध कराने वाले शब्दों को संज्ञा कहते हैं। जैसे:  लड़का चला गया। गाय दूध देती है। अलमारी में कपड़े रखे हैं।  राजेश दसवीं कक्षा में पढ़ता है। काठमांडू नेपाल की राजधानी है। साहस को सभी गुणों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। संज्ञा के ३(तीन) भेद होते हैं। वे हैं--- ( क) जातिवाचक संज्ञा, (ख) व्यक्तिवाचक संज्ञा और  (ग) भाववाचक संज्ञा ( क) जातिवाचक संज्ञा : जिस संज्ञा शब्द से किसी जाति की सभी वस्तुओं का अथवा सारी जाति या समुदाय का बोध हो, ...

अलंकार / प्रश्नोत्तर

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अलंकार प्रश्नोत्तर   प्रश्न 1: अलंकार किसे कहते हैं? इसके मुख्यतः कितने भेद हैं? उनके नाम लिखिए:  उत्तरः काव्य की शोभा या सुंदरता बढ़ाने वाले तत्वों को अलंकार कहते हैं। इसके मुख्यतः दो भेद हैं-- (क) शब्दालंकार और (ख) अर्थालंकार   प्रश्न 2: शब्दालंकार किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए:  उत्तरः जिस अलंकार में शब्दों के प्रयोग के कारण वाक्य अथवा काव्य में आकर्षण अथवा चमत्कार आ जाता है, उसे शब्दालंकार कहते हैं। जैसे: -- रघुपति राघव राजा राम, -- काली घटा का घमंड घटा -- मंगन को देख पट देत बार-बार  प्रश्न 3: कुछ प्रमुख शब्दालंकारों के नाम लिखिए:  उत्तरः कुछ प्रमुख शब्दालंकार हैं-- (i) अनुप्रास अलंकार  (ii) यमक अलंकार (iii) श्लेष अलंकार  (iv) पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार (v) वक्रोक्ति अलंकार प्रश्न 4: अर्थालंकार किसे कहते हैं? इसके कुछ प्रमुख भेदों के नाम लिखिए :  उत्तरः जब शब्दों के अर्थ से साहित्य अथवा काव्य पंक्तियों में चमत्कार उत्पन्न हो तो उसे अर्थालंकार कहते हैं। अर्थालंकार में अर्थ के कारण काव्य पंक्तियों में आकर्षण पैदा होता है।...

उपसर्ग और प्रत्यय / प्रश्नोत्तर

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उपसर्ग और प्रत्यय प्रश्नोत्तर   प्रश्न 1: उपसर्ग किसे कहते हैं?  उत्तरः वे शब्दांश जो किसी शब्द से पूर्व लगकर उस शब्द का अर्थ बदल देते हैं या उसमें नई विशेषता उत्पन्न कर देते हैं, वे उपसर्ग कहलाते हैं। जैसे: कु + पुत्र = कुपुत्र  अभि + मान = अभिमान  दूर् + आचार = दुराचार प्रश्न 2: तत्सम उपसर्ग किसे कहते हैं?  उत्तरः वह उपसर्ग जो संस्कृत भाषा से सीधे हिंदी में प्रयुक्त होते हैं और उनके रूप में कोई परिवर्तन नहीं होता उन्हें तत्सम उपसर्ग कहते हैं। जैसे: अभि + मान = अभिमान  अनु + गमन = अनुगमन प्रश्न 3: तद्भव अथवा हिंदी उपसर्ग की परिभाषा लिखिए। उत्तर : संस्कृत के तत्सम उपसर्गों से विकसित उपसर्गों को तद्भव उपसर्ग कहते हैं। इन्हें हिंदी उपसर्ग भी कहा जाता है। जैसे:  अन + होनी = अनहोनी  अध + जला = अधजला प्रश्न 4: उर्दू-फारसी के उपसर्ग अथवा विदेशी उपसर्ग किसे कहते हैं?   उत्तरः हिंदी भाषा में आए हुए उर्दू-फारसी अथवा विदेशी शब्दों में प्रयुक्त होने वाले उपसर्गों को उर्दू-फारसी के उपसर्ग अथवा विदेशी उपसर्ग कहते हैं। जैसे:  खुश + किस्मत = खु...

अनुस्वार और अनुनासिक/ प्रश्नोत्तर

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  अनुस्वार और अनुनासिक प्रश्नोत्तर प्रश्न 1: अनुस्वार क्या है और इसे कैसे लिखा जाता है?  उत्तरः अनुस्वार हिंदी भाषा के लेखन में अथवा हिंदी व्याकरण में प्रयुक्त होने वाला एक ध्वनि चिन्ह है।   अनुस्वार को देवनागरी लिपि में (ं) के रूप में लिखा जाता है। प्रश्न 2: अनुनासिक क्या है और इसे कैसे लिखा जाता है?  उत्तरः अनुनासिक हिंदी भाषा अथवा हिंदी व्याकरण का एक ध्वनि चिन्ह है, जो नाक से निकलने वाली ध्वनि को दर्शाता है। अनुनासिक को देवनागरी लिपि में (ँ) के रूप में लिखा जाता है। प्रश्न 3: अनुस्वार चिन्ह युक्त कुछ शब्द लिखिए। उत्तर : अनुस्वार चिन्ह युक्त कुछ शब्द हैं -- कंबल, पंखा, आनंद, गंध, चंचल, इंटरनेट, पंडित, हिंदी, बंदूक, जंग ल आदि। प्रश्न 4: अनुनासिक चिन्ह युक्त कुछ शब्द लिखिए। उत्तर : अनुनासिक चिन्ह युक्त कुछ शब्द हैं -- आँख, गाँव, ऊँट, आँगन, आँचल, मुँह, ऊँचाई, भँवरा, चाँदनी, पूँछ आदि।  प्रश्न 5: निम्नलिखित शब्दों में से अनुनासिक चिन्ह युक्त शुद्ध रूप वाले शब्दों को अलग कीजिए:  गाँव, सांकेतिक, माँ, आनंद  उत्तरः गाँव, माँ प्रश्न 6: निम्नलिखित ...

वाच्य/ प्रश्नोत्तर

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वाच्य प्रश्नोत्तर   प्रश्न 1: वाच्य की परिभाषा लिखिए: उत्तर : ' वाच्य ' का शाब्दिक अर्थ है-- बोलने का विषय। क्रिया के जिस रूप से यह जाना जाए कि क्रियापद द्वारा किए गए कार्य अथवा कही गई बात का विषय कर्ता है, कर्म है या भाव अथवा क्रिया स्वयं है, उसे वाच्य कहते हैं। जैसे--  --- साहिल पढ़ता है। --- तुलसीदास ने 'रामचरितमानस' की रचना की। --- बालगोबिन भगत कबीर के दोहे गाया करते थे। --- सारिका के द्वारा गीत गाया जाता है। --- दादाजी से रातभर सोया नहीं गया। प्रश्न 2: वाच्य के कितने भेद हैं? उनके नाम लिखिए: उत्तर : हिंदी में वाच्य के तीन भेद होते हैं। वे हैं: (i) कर्तृवाच्य,  (ii) कर्मवाच्य और  (iii) भाववाच्य  प्रश्न 3: कर्तृवाच्य की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए : उत्तर : जिस वाक्य में क्रिया का मुख्य विषय कर्ता होता है, वहाँ कर्तृवाच्य होता है। इस वाच्य में कथन का केंद्र हमेशा कर्ता होता है। जैसे: --- प्रेमचंद उपन्यास लिखते हैं। --- बच्चे रो रहे हैं। --- राहुल क्रिकेट खेलता था। --- राम ने रोटी खाई।  --- दिनेश पुस्तक नहीं पढ़ता है। कर्तृवाच्य के वाक्यों की क्रियाएँ अक...

शब्द और पद

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  शब्द और पद   प्रश्नोतर प्रश्न 1: शब्द किसे कहते हैं? उत्तर : सार्थक वर्ण समूह को शब्द कहते हैं। प्रश्न 2: स्रोत के आधार पर शब्द के कितने भेद होते हैं? उनके नाम लिखिए। उत्तरः स्रोत के आधार पर शब्द के चार भेद होते हैं। वे हैं --  (i) तत्सम शब्द, (ii) तद्भव शब्द, (ii) देशज शब्द और  (iv) विदेशी शब्द प्रश्न 3: तत्सम, तद्भव, देशज और विदेशी शब्दों के पाँच-पाँच उदाहरण दीजिए। उत्तर: तत्सम शब्द -- ग्रह, पितृ, मातृ, शर्करा, घृत          तद्भव शब्द -- घर, पिता, माता, शक्कर, घी           देशज शब्द -- झाड़ू, झोला, जूता, रोटी, पगड़ी            विदेशी शब्द -- कंप्यूटर, रफ्तार, काजू, चाय, रिक्शा           प्रश्न 4: रचना के आधार पर शब्दों के कितने भेद होते हैं? उनके नाम लिखिए। उत्तर : रचना के आधार पर शब्दों के तीन भेद होते हैं। वे हैं --  (क) रूढ़ शब्द, (ख) यौगिक शब्द और (ग) योगरूढ़ शब्द प्रश्न 5: रूढ़, यौगिक और योगरूढ़ शब्दों की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए। ...

रचना के आधार पर वाक्य भेद

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   रचना के आधार पर वाक्य भेद प्रश्नोत्तर: प्रश्न 1: वाक्य किसे कहते हैं? उत्तर : ऐसा व्यवस्थित और सार्थक शब्द समूह जो वक्ता का पूरा आशय स्पष्ट रूप से प्रकट कर सके, वाक्य कहलाता है। जैसे:  -- बालगोबिन भगत मझोले कद के गोरे चिट्टे आदमी थे। -- हालदार साहब पान खाने के लिए हमेशा चौराहे पर रुकते। -- विद्यार्थी आज पिकनिक मनाने पोखरा गए। प्रश्न 2: वाक्यों का विभाजन किन दो आधारों पर किया जाता है?   उत्तर : वाक्यों का विभाजन मुख्यतया निम्नलिखित दो आधारों पर किया जाता है-- (i) रचना के आधार पर और  (ii) अर्थ के आधार पर प्रश्न 3: रचना की दृष्टि से वाक्य के कितने भेद हैं? उनके नाम लिखिए।  उत्तर : रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद हैं। वे हैं: (i) सरल अथवा साधारण वाक्य, (ii) संयुक्त वाक्य और  (iii) मिश्र, मिश्रित अथवा जटिल वाक्य प्रश्न 4: सरल वाक्य किसे कहते हैं? उदाहरण सहित समझाइए: उत्तर : जिन वाक्यों में एक ही मुख्य क्रिया हो, उन्हें सरल अथवा साधारण वाक्य कहते हैं। जैसे:   -- भादों महीने में कई बार मूसलधार वर्षा होती है।   -- शाम के समय बच्चे मैदान में खेल...

गिल्लू / प्रश्नोत्तर

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गिल्लू          -- महादेवी वर्मा 1. सोनजुही में लगी पीली कली को देख लेखिका के मन में कौन से विचार उमड़ने लगे? उत्तर :- सोनजुही की पीली कली अत्यंत सुंदर और मनमोहक होती है। लेखिका को विचार आया कि वह छोटा जीव लता की घनी हरियाली में छिपकर बैठ जाता था। उसका नाम गिल्लू था। लेखिका के निकट पहुँचते ही वह उनके कंधे पर कूदकर उन्हें चौंका देता था। किसी समय लेखिका को कली की खोज रहती थी, पर आज उस लघुप्राण की खोज थी। 2. पाठ के आधार पर कौए को एक साथ समादरित और अनादरित प्राणी क्यों कहा गया है? उत्तर :- कौआ बड़ा विचित्र प्राणी है। इसका कभी आदर किया जाता है तो कभी अनादर। श्राद्ध में लोग कौए को आदर से बुलाते और खिलाते हैं। माना जाता है कि पितृ पक्ष में हमारे पुरखे हमसे कुछ पाने के लिए कौए बनकर ही आते हैं। इसका अनादर इसलिए किया जाता है, क्योंकि काँव-काँव करके हमें परेशान सिर करके रखते हैं। इसकी कड़वी आवाज किसी को नहीं भाती। 3. गिलहरी के घायल बच्चे का उपचार किस प्रकार किया गया? उत्तर :- लेखिका गिलहरी के घायल बच्चे को उठाकर अपने कमरे में ले गई। रुई से उसका खून पोंछकर उसके घावों पर मरहम...

अर्थ के आधार पर वाक्य भेद

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       अर्थ के आधार पर वाक्य भेद प्रश्न 1: वाक्य किसे कहते हैं? उत्तर : सार्थक शब्दों के जिस व्यवस्थित समूह से विचारों की स्पष्ट और पूर्ण अभिव्यक्ति होती है, उसे वाक्य कहते हैं। जैसे-- (i) दो-तीन हफ्तों में ही हमारी परीक्षाएँ शुरू होने जा रही हैं। (ii) ऑनलाइन पढ़ाई करते हुए हमें बहुत मजा आया था। (iii) वे हमारे हिंदी के अध्यापक हैं। (iv) विद्यार्थी गृहकार्य कर रहे हैं। (v) तुम कहाँ रहते हो? प्रश्न 2: अर्थ के आधार पर वाक्य के कितने भेद किए गए हैं? उनके नाम लिखिए: उत्तर : अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भेद किए गए हैं। वे हैं-- (i) कथनात्मक अथवा विधानवाचक वाक्य  (ii) निषेधवाचक अथवा नकारात्मक वाक्य  (iii) आज्ञार्थक, आदेशात्मक अथवा विधिवाचक वाक्य (iv) प्रश्नवाचक वाक्य  (v) इच्छावाचक वाक्य  (vi) संदेहवाचक वाक्य  (vii) विस्मयादिबोधक अथवा मनोवेगात्मक वाक्य और  (viii) संकेतवाचक वाक्य    प्रश्न 3: कथनात्मक वाक्य किसे कहते हैं? उत्तर : जिन वाक्यों से किसी कार्य के करने या होने की सामान्य सूचना मिलती है, उन्हें कथनात्मक, विधानवाचक अथवा रचनात्म...

अर्थ के आधार पर वाक्य भेद

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  अर्थ के आधार पर वाक्य भेद प्रश्न 1: यदि वह जल्दी जगता, तो गाड़ी पकड़ लेता।--- अर्थ के आधार पर वाक्य पहचानिए ।  उत्तर : संकेतवाचक वाक्य प्रश्न 2: उसने अपना कार्य पूरा कर लिया।-- संदेह वाचक वाक्य में बदलिए:  उत्तर : शायद उसने अपना कार्य पूरा कर लिया। प्रश्न 3: गांधी जी का नाम सबने सुना है।-- प्रश्नवाचक वाक्य में बदलिए: उत्तर : गांधी जी का नाम किसने नहीं सुना? प्रश्न 4: मोहन कल बाजार गया था। -- निषेधात्मक वाक्य में बदलिए ।  उत्तरः  मोहन कल बाजार नहीं गया था।   प्रश्न 5: आपकी यात्रा मंगलमय हो।-- वाक्य पहचानिए ।  उत्तर : इच्छावाचक वाक्य प्रश्न 6: सूर्य स्थिर है। -- निषेधात्मक वाक्य में बदलिए। उत्तर : सूर्य अस्थिर नहीं है। प्रश्न 7: वह कल यहाँ से चला जाएगा।-- संदेहवाचक वाक्य में बदलिए।  उत्तरः  संभवतः वह कल यहाँ से चला जाएगा। प्रश्न 8: आप सब पर प्रभु की कृपा बनी रहे।-- वाक्य पहचानिए। उत्तर : इच्छावाचक वाक्य  प्रश्न 9: क्या मेहनत हमें कमजोर बना सकती है?--- वाक्य भेद पहचानिए:  उत्तरः  प्रश्नवाचक वाक्य प्रश्न 10: तान्या ने अपना पाठ या...

रहीम के दोहे (प्रश्नोत्तर)

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  रहीम के दोहे  प्रश्नोत्तर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए – प्रश्न 1: प्रेम का धागा टूटने पर पहले की भाँति क्यों नहीं हो पाता? उत्तर :- प्रेम आपसी लगाव, समर्पण र्और विश्वास का नाम है। यदि एक बार भी किसी कारणवश इसमें दरार आती है तो प्रेम फिर पहले जैसा नहीं रह पाता है, जिस प्रकार धागा टूटने के बाद जब उसे जोड़ा जाए तो एक गाँठ पड़ ही जाती है। प्रेम सम्बन्ध बड़ी ही कठिनाई से बनते हैं। इसलिए इन्हें जतन से सँभालकर रखना चाहिए। प्रश्न 2. हमें अपना दुःख दूसरों पर क्यों नहीं प्रकट करना चाहिए? अपने मन की व्यथा दूसरों से कहने पर उनका व्यवहार कैसा हो जाता है? उत्तर :- हमें अपना दुःख दूसरों पर नहीं प्रकट करना चाहिए क्योंकि इससे हम केवल दूसरों के मजाक के पात्र बनकर रह जाते हैं। अपने मन की व्यथा दूसरों के सामने कहने पर उनका व्यवहार हमारे प्रति उपहासपूर्ण होने के साथ-साथ हमारे दु:ख को और बढ़ानेवाला हो जाता है। प्रश्न 3. रहीम ने सागर की अपेक्षा पंक जल को धन्य क्यों कहा है? उत्तर :- सागर असीमित पानी से भरा होने के बावजूद उसके जल को कोई पी नहीं पाता क्योंकि उसका स्वाद अत्यंत खारा होता ह...

माता का अँचल (प्रश्नोत्तर)

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माता का अँचल                 --- शिवपूजन सहाय प्रश्नोत्तर : प्रश्न 1: 'माता का अँचल' पाठ के आधार पर यह कहा जा सकता है कि बच्चे का अपने पिता से अधिक जुड़ाव था, फिर भी विपदा के समय वह पिता के पास न जाकर माँ की शरण लेता है। आपकी समझ से इसकी क्या वजह हो सकती है? उत्तर : अपने पिता से अधिक जुड़ाव होने के बावजूद विपदा के समय भोलानाथ पिता के पास न जाकर माँ की शरण लेता है। इसकी वजह यह हो सकती है कि माँ के आँचल तले एक बच्चे को प्यार और सुरक्षा की जो अनुभूति मिलती है, वह पिता के सान्निध्य में नहीं मिलती। माँ से बच्चों का संबंध बच्चे के जन्म के पूर्व से ही जुड़ा होता है। इसलिए भी संतान की आत्मीयता माँ के साथ अत्यंत गहरी होती है। प्रश्न 2: आपके विचार से भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना क्यों भूल जाता है? उत्तर : भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना भूल जाता है, क्योंकि उसे उनके साथ दिनभर अलग-अलग खेल खेलने और शरारत भरी मस्ती करने का भरपूर आनंद मिलता है। जब भी वह अपने मित्रों को देखता है तो वह अपने पुराने सारे दुख-दर्द भूल जाता है। प्रश्न 3: माँ को बाब...