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रस-निष्पत्ति, कक्षा: 10, हिंदी 'अ'

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              रस-निष्प त्ति प्रश्न 1:  'वाक्यं रसात्मकं काव्यम्' किसका कथन है? (क) आचार्य जगन्नाथ (ख) आचार्य भरतमुनि  (ग) वेदव्यास   (घ) आचार्य विश्वनाथ प्रश्न 2: किस रस को 'रसराज' कहा जाता है? (क) करुण रस  (ख) रौद्र रस  (ग) शृंगार रस (घ) भक्ति रस  प्रश्न 3: इनमें से किस रस को नौवाँ रस माना गया है? (क) शांत रस   (ख) वात्सल्य रस  (ग) शृंगार रस  (घ) सभी प्रश्न 4:  भरतमुनि के अनुसार रस कितने प्रकार के होते हैं? (क) 9(नौ) (ख) 10(दस) (ग) 11(ग्यारह) (घ) 8(आठ )

पद-परिचय, कक्षा: 10, हिंदी 'अ'

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                         पद-परिचय   प्रश्न 1: वाक्यों में प्रयुक्त शब्द क्या कहलाता है?  (क) शब्द  (ख) पद   (ग) पदबंध  (घ) पद-परिचय  प्रश्न 2: वाक्यों में प्रयुक्त पदों का व्याकरणिक परिचय देना अथवा व्याकरण के अनुसार उनका स्वरूप बताना क्या कहलाता है? (क) पद परिचय   (ख) उपवाक्य  (ग) पदबंध  (घ) उपर्युक्त सभी प्रश्न 3:  इनमें से विकारी शब्द कौन-सा है? ( क) हाथी (ख) यहाँ (ग) इधर (घ) उधर प्रश्न 4: परिश्रम के बिना विद्या नहीं मिलती।-- रेखांकित पद के परिचय में लिखा जाएगा --- (क)संबंधबोधक अव्यय, संबंधी 'परिश्रम' (ख) संबंधबोधक अव्यय, संबंधी 'विद्या' (ग) संबंधबोधक अव्यय, संबंधी 'मिलना' ( घ) संबंधबोधक अव्यय, संबंधी 'परिश्रम' और 'विद्या '  प्रश्न 5: गीता  पुस्तक  पढ़ती है | रेखांकित पद है – (क) व्यक्तिवाचक संज्ञा (ख) समुदाय वाचक संज्ञा (ग) भाववाचक संज्ञा (घ) जातिवाचक संज्ञा प्रश्न 6: यह वहीँ साइकिल है, जिसे  कोई  चुराकर ले गया था।--रेखांकित पद है: (क ) निश्चयवाचक सर्वनाम (ख) अनिश्चयवाचक सर्वनाम (ग) सम्बन्धवाचक सर्वनाम (घ) निजवाचक सर्वनाम  प्रश्न 7: नेपाल में

बच्चे काम पर जा रहे हैं, क्षितिज, हिंदी, कक्षा: 9

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  बच्चे काम पर जा रहे हैं               कवि: राजेश जोशी कोहरे से ढँकी सड़क पर बच्चे काम पर जा रहे हैं सुबह सुबह बच्चे काम पर जा रहे हैं हमारे समय की सबसे भयानक पंक्ति है यह भयानक है इसे विवरण की तरह लिखा जाना लिखा जाना चाहिए इसे सवाल की तरह काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे ? क्या अंतरिक्ष में गिर गई हैं सारी गेंदें क्या दीमकों ने खा लिया है सारी रंग बिरंगी किताबों को क्या काले पहाड़ के नीचे दब गए हैं सारे खिलौने क्या किसी भूकंप में ढह गई हैं सारे मदरसों की इमारतें क्या सारे मैदान, सारे बगीचे और घरों के आँगन खत्म हो गए हैं एकाएक तो फिर बचा ही क्या है इस दुनिया में ? कितना भयानक होता अगर ऐसा होता भयानक है लेकिन इससे भी ज़्यादा यह कि हैं सारी चीज़ें हस्बमामूल पर दुनिया की हज़ारों सड़कों से गुजरते हुए बच्चे, बहुत छोटे छोटे बच्चे काम पर जा रहे हैं। बच्चे काम पर जा रहे हैं               कवि: राजेश जोशी प्रश्न 1: कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से आपके मन मस्तिष्क में जो चित्र उभरता है उसे लिखकर व्यक्त कीजिए। उत्तर :  कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से हमा रे मन-

क्रिया, कक्षा: ८

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क्रिया प्रश्न 1:क्रिया किसे कहते हैं? उदाहरण सहित समझाइए: उत्तर : जिस शब्द से किसी कार्य के करने, होने अथवा किसी स्थिति का बोध हो,  उसे क्रिया कहते हैं। जैसे:                                    गरिमा गीत गा रही है ।                                                          हवा चल रही है।                                                               बच्चे छत पर हैं।                                                                 वह गेंद खेल रहे हैं।   प्रश्न 2: धातु से आप क्या समझते हैं? उत्तर:  क्रिया के मूल अंश को धातु कहते हैं।  जैसे: चल, पढ़, लिख, हँस, आ, जा, सुन, देख आदि। प्रश्न 3: क्रिया द्वारा किसी कार्य को किए जाने, किसी कार्य के होने, किसी व्यक्ति या वस्तु की स्थिति का बोध कराने वाली क्रियाओं का एक-एक उदाहरण दीजिए। उत्तर: (i)   किसी कार्य को किए जाने का बोध कराने वाली क्रियाएँ--           राम  खाना खाता है। बच्चेेे खेल रहे हैं।                                         (ii) किसी कार्य के होने का बोध कराने वाली क्रियाएँ--                   गर्मी हो रही है। हवा चल रही है।       

रसखान के सवैये, क्षितिज, कक्षा: 9

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रसखान के सवैये प्रश्नोत्तर   प्रश्न 1: ब्रजभूमि के प्रति कवि का प्रेम किन-किन रूपों में अभिव्यक्त हुआ है? उत्तर : कवि रसखान को ब्रजभूमि के प्रति गहरा प्रेम है। वह इस जन्म में ही नहीं, अगले जन्मों में भी ब्रजभूमि का निवासी बने रहना चाहते हैं। वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि अगले जन्मो में वह उन्हें ब्रज का ग्वाला, नंद की गाय, गोवर्धन पर्वत का पत्थर अथवा कदंब के पेड़ का पक्षी बनाए, ताकि उन्हें हमेशा श्रीकृष्ण का साथ मिलता रहे। प्रश्न 2: कवि का ब्रज के वन, बाग और तालाब को निहारने के पीछे क्या कारण है? उत्तर : कवि ब्रज के वन, बाग और तालाब इसलिए निहारना चाहते हैं क्योंकि इनके साथ श्रीकृष्ण की यादें जुड़ी हुई हैं। कभी श्रीकृष्ण इन्हीं के बीच घूमा करते थे। कवि रसखान इन्हें देख कर धन्य होना चाहते हैं। प्रश्न 3 एक लकुटी और कामरिया पर कवि सब कुछ न्योछावर करने को क्यों तैयार हैं? उत्तर : कवि रसखान के लिए श्रीकृष्ण सबसे महत्वपूर्ण हैं। श्रीकृष्ण  से जुड़ी एक-एक वस्तु उनके लिए विशेष है। इसलिए श्रीकृष्ण की लाठी(लकुटी) और कंबल(कामरिया) के लिए वह अपना सब कुछ न्योछावर करने को तैयार हैं। प्रश्न 4: सख

अकबरी लोटा, लेखक: अन्नपूर्णानंद वर्मा, कक्षा: 8, वसंत

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                अकबरी लोटा                                                      ---अन्नपूर्णानंद वर्मा कहानी की बात प्रश्न 1: "लाला ने लोटा ले लिया, बोले कुछ नहीं, अपनी पत्नी का अदब मानते थे।" लाला झाऊलाल को बेढंगा लोटा बिल्कुल पसंद नहीं था। फिर भी उन्होंने चुपचाप लोटा ले लिया। आपके विचार से वे चुप क्यों रहे? अपने विचार लिखिए। उत्तर : बेढंगा लोटा बिल्कुल पसंद न होने पर भी लाला झाऊलाल ने चुपचाप वह लोटा ले लिया क्योंकि वह पत्नी का अदब मानते थे। इसके अलावा वे हमेशा अपनी पत्नी के सामने कमजोर पड़ते थे। उन्हें डर था कि लोटे के बारे में कुछ कह दिया तो उनकी तेजतर्रार पत्नी भला-बुरा कहकर उन्हें अपमानित न कर दे। प्रश्न 2: "लाला झाऊलाल जी ने फौरन दो और दो जोड़कर स्थिति को समझ लिया।"  आपके विचार से लाला झाऊलाल ने कौन-कौन सी बातें शामिल समझ ली होंगी? उत्तर : अपने हाथ से छूटे हुए लोटे की तलाश में जब झाऊलाल आँगन तक उतरे तो वहाँ भीड़ इकट्ठी हो चुकी थी और सिर से पाँव तक भीगा हुआ एक अंग्रेज पैर के अंगूठे को सहलाते हुए गालियाँ बक रहा था। लाला जी समझ गए उन्हीं के लोटे के पानी से यह अं

जहाँ पहिया है, लेखक: पी. साईनाथ, कक्षा: 8, वसंत

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                  जहाँ पहिया है                 लेखक: पी. साईनाथ   जंजीरें प्रश्न 1: "--- उन जंजीरों को तोड़ने का जिनमें वे जकड़े हुए हैं, कोई न कोई तरीका लोग निकाल ही लेते हैंं---" (i) आपके विचार से लेखक 'जंजीरों' द्वारा किन समस्याओं की ओर इशारा कर रहा है? उत्तर: लेखक 'जंजीरों' द्वारा उन सामाजिक समस्याओं और बाधाओं की ओर इशारा कर रहा है जो हमें आगे बढ़ने से रोकती हैं। निरक्षरता, अंधविश्वास, पिछड़ापन, पर्दाप्रथा, रूढ़िवादिता आदि जंजीर की तरह होते हैं, जो महिलाओं को कभी आगे बढ़ने नहीं देतीं। (ii) क्या आप लेखक की इस बात से सहमत हैं? अपने उत्तर का कारण भी बताइए। उत्तर: हम लेखक की बात से पूरी तरह सहमत हैं। जब लोगों में प्रबल इच्छाशक्ति जागृत हो जाती है तब वह बंधनों से मुक्ति का कोई न कोई तरीका खोज ही लेते हैं, जैसे तमिलनाडु के पुडुकोट्टई जिले की महिलाओं ने अपनी आजादी के लिए साइकिल चलाना आरंभ किया और आत्मनिर्भर हो गईं।           पहिया प्रश्न 2: 'साइकिल आंदोलन' से पुडुकोट्टई की महिलाओं के जीवन में कौन-कौन से बदलाव आए हैं? उत्तर: 'साइकिल आंदोलन' से पुड

कैदी और कोकिला, कवि: माखनलाल चतुर्वेदी, क्षितिज, कक्षा:9, हिंदी 'अ'

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  कैदी और कोकिला                                                 ----माखनलाल चतुर्वेदी क्या गाती हो? क्यों रह-रह जाती हो? कोकिल बोलो तो! क्या लाती हो? संदेशा किसका है? कोकिल बोलो तो! ऊँची काली दीवारों के घेरे में, डाकू, चोरों, बटमारों के डेरे में, जीने को देते नहीं पेट भर खाना, मरने भी देते नहीं, तड़प रह जाना! जीवन पर अब दिन-रात कड़ा पहरा है, शासन है, या तम का प्रभाव गहरा है? हिमकर निराश कर चला रात भी काली, इस समय कालिमामयी जगी क्यूँ आली ? क्यों हूक पड़ी? वेदना बोझ वाली-सी; कोकिल बोलो तो! क्या लुटा? मृदुल वैभव की रखवाली-सी; कोकिल बोलो तो! क्या हुई बावली? अर्द्ध रात्रि को चीखी, कोकिल बोलो तो! किस दावानल की ज्वालाएँ हैं दीखीं? कोकिल बोलो तो! क्या?-देख न सकती जंजीरों का गहना? हथकड़ियाँ क्यों? यह ब्रिटिश-राज का गहना, कोल्हू का चर्रक चूँ? -जीवन की तान, मिट्टी पर अँगुलियों ने लिक्खे गान! हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जूआ, खाली करता हूँ ब्रिटिश अकड़ का कूँआ। दिन में कस्र्णा क्यों जगे, स्र्लानेवाली, इसलिए रात में गजब ढा रही आली? इस शांत समय में, अन्धकार को बेध, रो रही क्यों हो? कोकिल बोलो तो! चुपच